उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 साल पहले 3 मासूमों की गोली मारकर हत्या कर गई थी। पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गुरुवार इस मामले की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम डॉ. मनुकालिया की कोर्ट में हुई। यहां कोर्ट ने पुख्ता सबूत के आधार पर इस मामले के 3 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है।
साल 2019 का है मामला
ये मामला साल 2019 का है। सरकारी वकील के अनुसार, इस निर्मम वारदात को 24 मई 2019 के दिन अंजाम दिया था। मेरठ के फैसलाबाद क्षेत्र में आयोजिक एक इफ्तार पार्टी में आरोपी बिन बुलाए पहुंच गए थे। जहां उनकी बेइज्जती की गई और उन्हें वहां से भगा दिया गया। पार्टी में हुई इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए आरोपियों घर के बाहर खेल रहे 3 बच्चों को अगवा कर लिया है।
हत्या कर बच्चों को ट्यूबवेल की हौदी में फेका
आरोपियों के पास जब बच्चे रोने- चिल्लाने लगे तो उन्होंने उनका मुंह बंद करने के लिए उन्हें गोली मार दी। आरोपियों ने बच्चों को मारने के बाद उनके शव को ट्यूबवेल की हौदी में फेंक दिया था। यहां बच्चों के गायब होने की वजह से सभी घरवाले रातभर इधर- उधर ढूंढते रहे। इसके बाद परिजनों पुलिस को इसकी शिकायत दी। अगली परिवार वालों ट्यूबवेल की हौदी में तीनों बच्चों की लाश मिली। मृत बच्चों में दो चचेरी बहनें थी, वहीं एक बच्चा उनकी बुआ का बेटा था।
कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम डॉ. मनुकालिया की कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्राप्त सबूतों और तथ्यों के आधार पर तीनों आरोपियों को दोषी पाते हुए उन्हे फांसी की सजा सुनाई है। इसके साथ कोर्ट ने तीनों आरोपियों पर पौने दो लाख रुपये का अलग- अलग जुर्माना भी लगाया है।