बिहार में खगड़िया सात नदियों से घिरी है. बाढ़ और कटाव यहां के लोगों की नियति बन गई है. हर साल कोसी और गंगा के कटाव से लाखों की आबादी प्रभावित होती है. नेपाल के तराई क्षेत्र में भारी बारिश के साथ ही खगड़िया में भी कोसी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है. जिस वजह से कई इलाकों में कटाव शुरू हो गया हैं।
शुरू हुआ खेतों के कटाव का सिलसिला: खगड़िया में हर साल आने बाले बाढ़ और कटाव से लोग परेशान रहते हैं. जैसे ही नदियों में पानी बढ़ने का सिलसिला शुरू होता है, उसके बाद कटाव का दौर भी जारी हो जाता है. इस बार भी लगातार कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से कटाव शुरु हो गया है. खेती युक्त जमीन कट कर नदी में समा रही है. यह स्थिति है कि खगड़िया के चौथम प्रखंड के सरसावा पंचायत के शिसवा गांव की नदी से हो रहे कटाव से ग्रामीण खौफ में हैं।
दिन-रात जारी है कटाव: बढ़ते जलस्तर को देखते हुए ग्रामीण खुद से किसी तरह से बांस को काटकर नदी में गिरा रहे हैं. जिससे की कटाव की रफ्तार धीमी हो जाए. ग्रामीण खुद से दिन-रात कटाव रोकने में जुटे हुए हैं लेकिन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. धीरे-धीरे खेती युक्त जमीन कटाव का शिकार हो रही है. इसी तरह कटाव जारी रहा तो आने वाले समय में गांव का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
कटाव रोकने में जुटे ग्रामीण: ग्रामीणों का कहना है कि जबतक विभाग के द्वारा कटाव निरोधक कार्य की शुरुआत नहीं होती है, तब तक कटाव को रोक पाना मुश्किल है. ऐसे में सभी लोगों का ध्यान सरकार पर और जनप्रतिनिधि पर ही टीकी हुआ है. फिलहाल गांव वाले अपने स्तर से हर संभव प्रयास करते हुए नजर आ रहे है।
“यहां जैसे ही नदी का जलस्तर और बढ़ेगा कई ऐसे इलाके और गांव हैं जो कटाव की जद में आ जाएंगे. जिसको लेकर हम सभी लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.”- संतोष कुमार, ग्रामीण