भारत और अफगानिस्तान के बीच बेंगलुरु में टी20 सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला गया। यह मुकाबला इतिहास के पन्नों पर भी अमर हो गया क्योंकि इस मैच में इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार डबल सुपर ओवर खेला गया। इस मैच में भारतीय टीम ने आखिरकार जीत भी दर्ज की और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पहले, मैच में नाबाद शतक जड़ा और उसके बाद दोनों सुपर ओवर में भी उपयोगी रन बनाए। पर इसके बावजूद रोहित शर्मा विवादों में फंसते नजर आए। भारतीय कप्तान के ऊपर आईसीसी का नियम तोड़ने जैसे सवाल उठने लगे।
हिटमैन पर क्यों उठ रहे सवाल?
दरअसल हुआ कुछ ऐसा कि रोहित शर्मा ने पहले सुपर ओवर में भारत के लिए बल्लेबाजी की। उनके साथ उतरे यशस्वी जायसवाल। रोहित शर्मा ने इस सुपर ओवर में 17 रन का लक्ष्य चेज करते हुए दो छक्के और एक सिंगल के साथ 3 गेंदों पर 13 रन बनाए। इसके बाद आखिरी गेंद पर जब टीम को 2 रन जीत के लिए चाहिए थे तो रोहित पवेलियन लौट गए। इसके बाद रिंकू सिंह उतरे। यह फैसला उस हद तक सही था जब तक रोहित को रिटायर्ड आउट माना जा रहा था और रिंकू सिंह युवा हैं, तेज भाग सकते हैं इसलिए उन्हें उतारा गया। लेकिन बवाल तब खड़ा हुआ जब रोहित दोबारा दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने उतरे।
इस नियम के कारण खड़ा हुआ विवाद
आईसीसी के नियम के मुताबिक जो बल्लेबाज पहले सुपर ओवर में आउट हो जाता है वो दूसरे में बल्लेबाजी के लिए नहीं उतर सकता है। लेकिन पहले सुपर ओवर में रोहित शर्मा रिटायर्ड आउट हुए थे। क्योंकि रिटायर्ड हर्ट इसलिए नहीं माना जा सकता क्योंकि उनके ना ही चोट लगी थी और ना ही वह खेलने में असमर्थ थे। पर वह दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने उतर गए। इसी कारण यह सवाल हिटमैन पर उठे की उन्होंने आईसीसी का नियम तोड़ा। दूसरे सुपर ओवर में रोहित शर्मा ने 3 गेंदों पर 11 रन बनाए और यही भारत का स्कोर भी था। जवाब में अफगान टीम 1 रन बना सकी और रवि बिश्नोई ने दो विकेट लेकर भारत को जीत दिला दी।
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हालांकि, इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार ऐसा हुआ जब दो सुपर ओवर देखने को मिले। हो सकता खिलाड़ी, टीमें और अंपायर इसके नियमों से पूरी तरह परिचित ना हों। इससे पहले सुपर ओवर टाई होने का मामला 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल में आया था, लेकिन वहां बैक टू बैक एलिमिनेटर ओवर यानी सुपर ओवर के ऊपर सुपर ओवर का नियम नहीं था। उस वक्त इंग्लैंड को सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया था। इस पर महीनों तक विवाद चला। फिर आईसीसी ने नियम बदला और बैक टू बैक जब तक नतीजा नहीं आता सुपर ओवर करवाने का फैसला किया।