भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 199 के स्कोर पर समेट दिया। जवाब में भारत को 200 रनों का लक्ष्य चाहिए था और हर किसी को उम्मीद थी कि टीम इंडिया आसानी लक्ष्य पा लेगी। लेकिन कंगारू गेंदबाज मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड ने टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। इस मैच में शुभमन गिल नहीं खेले और उनकी जगह ईशान किशन ने पारी की शुरुआत की। पर वह कुछ खास नहीं कर पाए और पहली गेंद पर ही आउट हो गए।
इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर को जोश हेजलवुड ने अपने एक ही ओवर में वापस पवेलियन भेज दिया। हुआ ऐसा कि भारतीय टॉप ऑर्डर के तीन बल्लेबाज बिना खाता खोले शून्य पर आउट हो गए। भारत का स्कोर हो गया 2 रन पर तीन विकेट। ऐसा अक्सर क्रिकेट में देखने को नहीं मिलता है। लेकिन वर्ल्ड कप के पहले मैच में ही ऐसा देख भारतीय फैंस खासा निराश हुए होंगे। वहीं वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि शुरुआती तीनों खिलाड़ी डक पर आउट हो गए। इतना ही नहीं यह आंकड़ा देख वो डरावना आंकड़ा सामने आया जहां से भारत ने पिछले वर्ल्ड कप में अपना सफर खत्म किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 सेमीफाइनल में भारत का स्कोर था 5 रन पर तीन विकेट।
वर्ल्ड कप में 30 साल बाद हुआ ऐसा
वहीं वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में दूसरी बार ऐसा हुआ कि भारतीय ओपनर खाता खोले बिना आउट हो गए। इससे पहले जिम्बाब्वे के खिलाफ 1983 वर्ल्ड कप में ऐसा हुआ था जब भारतीय ओपनर्स बिना खाता खोले आउट हो गए थे। अब 30 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप में यह हुआ है। हालांकि, उस वर्ल्ड कप और उस मैच को भारतीय टीम ने जीता था। ऐसे में यह आंकड़ा संयोग भी साबित हो सकता है।
भारतीय गेंदबाजों ने किया कमाल
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया था। खासतौर से स्पिनर्स ने जलवा बिखेरा था। रवींद्र जडेजा ने तीन, कुलदीप यादव ने दो और रविचंद्रन अश्विन ने एक विकेट लिया था। तीनों ने मिलकर 6 विकेट अपने नाम किए। वहीं जसप्रीत बुमराह ने दो और सिराज व पांड्या ने 1-1 विकेट लिया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम 49.3 ओवर में 199 रनों पर ऑलआउट हो गई थी।