भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच आईसीसी विश्व कप 2023 का फाइनल मुकाबला दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। यह फाइनल 19 नवंबर को नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में होने वाला है। फाइनल मुकाबले के दौरान पूरा स्टेडियम फैंस से खचाखच भरा रहेगा। आपको बता दें कि इस मुकाबले का रिजल्ट काफी हद तक टॉस पर आधारित रहने वाला है। टॉस इस मुकाबले में काफी अहम भूमिका निभाने वाला है। चलिए आपको बताते हैं अहमदाबाद के स्टेडियम में टॉस क्यों है इतना खास।
पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम की अधिक जीत
नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में रविवार को 1 लाख 25 हजार दर्शक मौजूद रहने वाले हैं। भारी संख्या में फैंस फाइनल की गवाह बनेंगे। अगर भारत को यह मुकाबला अपने नाम करना है, तो इसके लिए गुड लक का साथ होना काफी जरूरी है। इस गुड लक की शुरुआत टॉस से होने वाली है। अगर भारत इस मुकाबले में टॉस अपने नाम कर लेता है, तो यह टीम इंडिया के लिए काफी गुड लक माना जाएगा। इस मैदान पर अभी तक कुल 30 वनडे मुकाबले खेले गए हैं, इनमें से 16 मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है। वहीं, 14 मुकाबले बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है।
पहली पारी का औसत स्कोर 240
भारत अगर टॉस जीतता है, तो पहले बल्लेबाजी करने में फायदा है। इसके कई कारण है। आंकड़े बताती है कि अहमदाबाद का मैदान पहले बल्लेबाजी करने के लिए काफी बेस्ट है। तभी इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम अधिक मुकाबले जीती है। इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए औसत स्कोर 243 रन का है, जबकि बाद में बल्लेबाजी करते हुए औसत स्कोर 210 रन के आसपास हो जाता है।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी होगी मुश्किल
मौसम विभाग का भी कहना है कि दूसरी पारी में रात हो जाएगी, इसके कारण से मैदान पर ओस गिरने लगेगा, इससे बल्लेबाजी में काफी दिक्कतें आएगी। गेंदबाजी के लिए दूसरी पारी अच्छी होगी। ऐसे में अगर भारत को यह मुकाबला आसानी से अपने नाम करना है, तो इसके लिए टॉस जीतना होगा।