टीम इंडिया ने टी-20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाकर करोड़ों फैंस का सपना पूरा कर दिया है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने 7 रन से जीत दर्ज कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। फाइनल में सूर्यकुमार यादव के एक जबर्दस्त कैच को ‘कैच ऑफ द मैच’ भी माना जा रहा है, लेकिन उस पर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और नियमों का हवाला देते हुए कहा जा रहा है कि सूर्या का पैर बाउंड्री से टच हो गया था। इस कैच पर मचे बवाल के बीच साउथ अफ्रीका के ही दिग्गज शॉन पोलाक ने इस विवाद पर स्थिति साफ करने की कोशिश की है।
खेल के दौरान हिल गया था कुशन
दरअसल, पोलाक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह सूर्या के इस कैच की तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं। पोलॉक ने कहा- ”कैच अच्छा था। कुशन हिल गया था, लेकिन यह खेल के ही दौरान हुआ था। पोलॉक के अनुसार, इसका सूर्या से कोई लेना-देना नहीं था। वह कुशन पर नहीं खड़े थे। इसी के साथ पोलॉक ने सूर्या के शानदार स्किल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा ये स्किल का शानदार नमूना है।”
डेविड मिलर को किया था आउट
आपको बता दें कि यही वो कैच था जिस पर साउथ अफ्रीका के सबसे खतरनाक खिलाड़ी डेविड मिलर आउट हुए थे। सूर्या ने ये कैच हार्दिक पांड्या के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर लिया। सूर्या ने ये कैच बाउंड्री लाइन के करीब गेंद को बाहर फेंककर लिया। अगर वे ये कैच मिस कर देते तो शायद भारत के हाथ से ट्रॉफी भी निकल जाती। सूर्या को इस कैच के लिए टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में बेस्ट फील्डर का भी अवॉर्ड मिला।
मूल जगह पर नहीं थे कुशन?
इस कैच को लेकर क्रिकेट के एक नियम 19.3.2 का भी हवाला दिया जा रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि बाउंड्री कुशन अपने मूल जगह पर होने चाहिए थे। यदि वे किसी भी कारण से हिलते हैं तो उन्हें मूल जगह पर ही वापस रखा जाना चाहिए। सूर्या ने जहां कैच लिया, वह जगह बाउंड्री के अंदर होनी चाहिए थी। इससे साउथ अफ्रीका को 6 रन मिल जाते और मिलर आउट होने से बच जाते। अंपायर को इस बारे में ध्यान देना चाहिए था, लेकिन अब पोलाक के बयान से साफ है कि भले ही कुशन किसी भी वजह से पहले हिल गया हो, लेकिन सूर्या का कैच क्लीन था और इस पर विवाद नहीं होना चाहिए।