भारत और वेस्टइंडीज के बीच डोमिनिका में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में डेब्यू कर रहे यशस्वी जायसवाल ने अपनी बल्लेबाजी से तहलका मचा दिया। शानदार चौके से पारी की शुरुआत करने वाले जायसवाल ने धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए शतक जड़ दिया। वे अब 150 रनों के करीब पहुंच गए हैं। इस महत्वपूर्ण पारी के बाद वे काफी इमोशनल हो गए और इसे अपने माता-पिता और टीम मैनेजमेंट को डेडिकेट किया।
ये काफी इमोशनल पल – यशस्वी जायसवाल
इस ऐतिहासिक पारी के बाद जायसवाल ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि यह मेरे लिए भावनात्मक पल में से एक है, भारतीय टीम में मौके मिलना मुश्किल है, मैं सभी को, समर्थकों, टीम प्रबंधन और रोहित भाई को धन्यवाद देना चाहता हूं। पिच धीमी है और आउटफील्ड बहुत धीमी है, यह कठिन और चुनौतीपूर्ण था, यह काफी गर्म था और मैं इसे अपने देश के लिए जारी रखना चाहता था, बस गेंद-दर-गेंद खेलता रहा और अपने क्रिकेट का आनंद लेता रहा।
मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है- जायसवाल
उन्होंने कहा कि – ‘मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है, मुझे यह चुनौती पसंद है, मैं उस स्थिति का आनंद लेता हूं जब गेंद स्विंग और सीम करती है। हमने हर चीज पर कड़ी मेहनत की है, मैं सिर्फ खुद को दिखाने के लिए निकला हूं। (उनके शतक पर) एक भावनात्मक क्षण था, बस खुद पर गर्व था, सभी का आभारी हूं, यह सिर्फ एक शुरुआत है और मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं।’
ऐसी रही जायसवाल की पारी
भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए जायसवाल ने संभलकर बल्लेबाजी की। उन्होंने संयम दिखाते हुए 104 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।क्रीज पर टिक जाने के बावजूद उन्होंने धैर्य से बल्लेबाजी करना जारी रखा और 215 गेंदों में अपने अर्धशतक को शतक में तब्दील कर दिया।जायसवाल अब पृथ्वी शॉ (2018) और शिखर धवन (2013) के बाद डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय सलामी बल्लेबाज बन गए हैं। वे फिलहाल 143 पर खेल रहे हैं।