भारत वर्ष 2023 में अपनी सेना पर सबसे ज्यादा खर्च वालों की लिस्ट में दुनिया का चौथा बड़ा देश है। इसकी जानकारी स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के बढ़ते सैन्य खर्च और क्षेत्र में बढ़ते तनाव ने पड़ोसी मुल्कों के भी खर्च को बढ़ा दिया है। जापान और ताइवान ने अपने सैन्य वजट में 11 प्रतिशत का इजाफा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2022 के मुकाबले भारत ने अपनी सेना पर 4.2 प्रतिशत अधिक खर्च किया।
पहले नंबर पर अमेरिका
इंटरनैशनल थिंक टैंक SIPRI के अनुसार, 2023 में अपनी सेना पर सबसे ज्यादा अमेरिका ने खर्च किया है। दूसरे नंबर नंबर पर चीन और तीसरे स्थान पर रूस है। भारत का नाम चौथे पायदान पर है। भारत साल 2022 में भी सेना पर खर्च करने वाले देशों की लिस्ट में चौथे स्थान पर था। भारत ने पिछले साल 2023 में 83.6 बिलियन अमेरिका डॉलर खर्च किया।
यूक्रेन का सैन्य खर्च 51 प्रतिशत बढ़ा
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन का सैन्य खर्च 51 प्रतिशत बढ़कर 64.80 बिलियन डॉलर हो गया। रूस का सैन्य वजट 24 फीसदी बढ़कर 109 अरब डॉलर हो गया। अमेरिका ने 2.3 प्रतिशत सैन्य बजट बढ़ाकर 916 बिलियन डॉलर कर दिया। जबकि चीन 6 प्रतिशत बढ़ाकर 296 बिलियन डॉलर कर दिया।
वैश्विक सैन्य खर्च 7% बढ़ा
जानकारी के अनुसार, दुनिया में हथियार खरीदने की ऐसी होड़ मची कि वैश्विक सैन्य खर्च 7% बढ़कर 2,443 बिलियन डॉलर हो गया। 2023 में वैश्विक सैन्य खर्च में एक दशक की सबसे तेज वृद्धि हुई है। यह इजाफा दुनिया के कई हिस्सों में चल रही जंगों और अन्य वजहों से हुआ है। SIPRI के सीनियर शोधकर्ता नान तियान ने कहा कि दुनिया का कुल सैन्य खर्च अब तक के हाई लेवल पर है। 2009 के बाद पहली बार सभी पांच भौगोलिक क्षेत्रों के खर्च में इजाफा देखा गया।