प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए भारत में 20 हजार करोड़ रुपये का ग्रीन हाइड्रोजन मिशन लॉन्च किया गया है। देश में वेस्ट टू एनर्जी का बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। क्रिटिकल मिनरल्स से जुड़ी चुनौतियों को एड्रेस करने के लिए सर्कुलर अप्रोच को प्रमोट किया जा रहा है। रियूज और रिसाइकिल से संबंधित बेहतर तकनीक के लिए स्टार्टअप को स्पोर्ट किया जा रहा है। Pro-Planet people का सिद्धांत हमारा कमिटमेंट है। भारत ने दुनिया को मिशन लाइफ यानी लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरमेंट का विजन दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में चौथे ग्लोबल री-इन्वेस्ट रिन्यूएबल एनर्जी इनवेस्टर्स समिट का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने इंटरनेशनल सोलर एलायंस का प्रयास कर दुनिया के सैकड़ों देशों को जोड़ा है। भारत ने अपने रेलवे को भी इस दशक के अंत तक नेट जीरो बनाने का लक्ष्य रखा है। हम वर्ष 2025 तक पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनोल के लक्ष्य को हासिल करेंगे। गांव-गांव में अमृत सरोवर से जल संरक्षण हो रहा है। मां के नाम पर लोग पेड़ लगा रहे हैं। भारत का प्रयास पूरी तरह से मेड इन इंडिया सॉल्यूशन के रूप में है।
उन्होंने कहा कि भारत की जनता ने 60 साल बाद लगातार किसी सरकार को तीसरा टर्म दिया है। आज 140 करोड़ भारतवासियों को भरोसा है, युवाओं को भरोसा है, महिलाओं को भरोसा है कि उनकी आशाओं को पिछले 10 साल में जो पंख लगे हैं, वे इस थर्ड टर्म में एक नई उड़ान भरेंगे। देश के गरीब, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचित को भरोसा है कि हमारा थर्ड टर्म उसके गरीमापूर्ण जीवन जीने की गारंटी बनेगा। भारत की जनता देश को तेजी से विश्व की टॉप 3 Economy में पहुंचाने का संकल्प लेकर काम कर रही हैं। यह 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के हमारे एक्शन प्लान का हिस्सा है। हम यह काम कैसे कर रहे हैं, इसका ट्रेलर थर्ड टर्म के हमारे पहले 100 दिनों के फैसलों में दिखता है। जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात की धरती पर श्वेत क्रांति का उदय हुआ, मधु क्रांति का उदय हुआ और सूर्य क्रांति का उदय हुआ है। गुजरात भारत का वह राज्य है, जिसने भारत में सबसे पहले अपनी सोलर पावर पॉलिसी बनाई। पहले गुजरात में पॉलिसी बनी इसके बाद हम राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़े। जिस समय भारत में सोलर पावर की बहुत चर्चा भी नहीं थी, गुजरात में सैकड़ों मैगावॉट के सोलर प्लांट लग रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने दुनिया को सचेत किया था। महात्मा गांधी का यह विजन भारत की महान परंपरा से निकला है। हमारे लिए ग्रीन फ्यूचर, नेट जीरो कोई फैंसी वर्ड नहीं है, यह भारत की जरूरत है, सरकार का कमिटमेंट है। आज का भारत सिर्फ आज का नहीं बल्कि आने वाले एक हजार साल का बेस तैयार कर रहा है। हमारा मकसद सिर्फ टाप पर पहुंचना नहीं है, वहां टिके रहने का है।
पीएम ने कहा कि पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के जो रिजल्ट आने शुरू हुए हैं, ये रिजल्ट अपने आप में अद्भुत हैं। एक छोटा परिवार जिसकी महीने में 250 यूनिट बिजली की खपत है, और जो 100 यूनिट बिजली पैदा करके ग्रिड में बेच रहा है, उसे साल में करीब-करीब 25 हजार रुपए की कुल बचत होगी। यानि लोगों का जो बिजली बिल बचेगा और जो वो कमाएंगे उससे उनको करीब 25 हजार रुपए का फायदा होगा। अगर इस पैसे को वो PPF में डालते हैं और घर में मानो बेटी का जन्म हुआ है, एक साल की बेटी है तो 20 साल बाद 10-12 लाख रुपए से ज्यादा उनके पास होंगे। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी-ब्याह तक, ये पैसा बहुत काम आएगा। उन्होंने अयोध्या को सोलर मॉडल सिटी बनाने की जानकारी भी दी। इसके अलावा पीएम मोदी ने सोलर पावर संबंधी विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी।