ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर की मुलाकात के बाद, हम अगले वर्ष की शुरुआत में भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने की ब्रिटेन की घोषणा का स्वागत करते हैं।
व्यापार सौदे को तेजी से पूरा करने का रहेगा प्रयास
संतुलित, पारस्परिक रूप से लाभकारी और प्रगतिशील तथा भविष्योन्मुखी मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) हासिल करने के महत्व को ध्यान में रखते हुए, भारत दोनों पक्षों की संतुष्टि के लिए शेष मुद्दों को हल करने के लिए ब्रिटेन की वार्ता टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है। मुक्त व्यापार वार्ता की तारीखों को अगले वर्ष की शुरुआत में जल्द ही राजनयिक चैनलों के माध्यम से अंतिम रूप दिया जाएगा। एफटीए वार्ता पहले हासिल की गई बातचीत संबंधी प्रगति को फिर से शुरू करेगी और व्यापार सौदे को तेजी से पूरा करने में व्याप्त अंतराल को पूरा करने का प्रयास करेगी।
ब्रिटेन के साथ भारत के व्यापार संबंध लगातार बढ़ रहे
ब्रिटेन के साथ भारत के व्यापार संबंध लगातार बढ़ रहे हैं, जो आपसी मजबूत सहयोग और रणनीतिक जुड़ाव की असीमित संभावनाओं का प्रतीक है। अप्रैल से सितंबर 2024 के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत से ब्रिटेन को किया गया निर्यात 12.38 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ 7.32 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जबकि 2023 की इसी अवधि के दौरान यह आंकड़ा 6.51 बिलियन डॉलर था।
ब्रिटेन के साथ निर्यात 2029-30 तक 30 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद
भारत से ब्रिटेन को किये जाने वाले निर्यात में खनिज ईंधन, मशीनरी और कीमती पत्थर, फार्मास्यूटिकल्स, परिधान, लोहा और इस्पात और रसायन की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है, जो कुल निर्यात में 68.72 प्रतिशत योगदान करते हैं। ब्रिटेन वित्त वर्ष 2030 तक हमारे महत्वाकांक्षी एक ट्रिलियन डॉलर निर्यात लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्राथमिकता वाला देश है और उसके साथ हमारा निर्यात 2029-30 तक 30 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।