पश्चिमी सीमा पर पिछले करीब 1 महीने से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिसके चलते लोगों का जीना मुहाल हो रखा है. इस दौरान भी भारतीय सेना के जवान अपनी तैयारियों में जुटे हैं. पश्चिमी क्षेत्र में 20 अप्रैल से चल रहे सेना के अभ्यास ‘अनंत विजय’ का समापन बुधवार को हुआ.
इस दौरान दक्षिण पश्चिमी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने अभ्यास अनंत विजय के संचालन के दौरान रणबांकुरा डिवीजन की संचालनात्मक तैयारियों की समीक्षा की. अभ्यास अनंत विजय का आयोजन 20 अप्रैल से 22 मई तक थार रेगिस्तान के विशाल इलाकों में रणबांकुरा डिवीजन के सैनिकों द्वारा किया गया.
इस अभ्यास के दौरान डिवीजन ने विभिन्न संचालनात्मक युद्धाभ्यास किए, जिसमें संयुक्त हथियारों के संचालन और भूमि तथा वायु संसाधनों के एकीकृत उपयोग के ट्रायल किए गए. इस अभ्यास ने विभिन्न रणनीतियों, तकनीकों और प्रक्रियाओं की भी पुष्टि की, जो नवीन और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के प्रवेश के बाद विकसित की गई थीं. इस अभ्यास में आर्मी एविएशन और भारतीय वायु सेना के संसाधनों की भी भागीदारी रही.
सेना कमांडर ने बढ़ाया उत्साह: सेना कमांडर ने प्रचंड गर्मी और कठिन समय में सेना के जवानों की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने रणबांकुरा डिवीजन के सभी रैंकों द्वारा प्रदर्शित दृढ़ संकल्प और कर्तव्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की. साथ ही उनकी असाधारण संचालनात्मक तत्परता की भी प्रशंसा की, जो उन्होंने कठिन भूभाग और चरम मौसम की स्थितियों द्वारा पेश की गई चुनौतियों के बावजूद बनाए रखी.