इस वर्ष 1 अक्टूबर से 5 नवंबर, 2024 तक के त्योहारी सीजन के दौरान भारतीय रेलवे ने पिछले छत्तीस दिनों में 4,521 विशेष ट्रेनों में 65 लाख यात्रियों को ले जाकर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इन अतिरिक्त सेवाओं ने दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों के दौरान यात्रा को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रेलवे के इन विशेष प्रयासों से यह सुनिश्चित हुआ कि लाखों यात्री आराम से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। यह उपलब्धि त्योहारों के के दौरान बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिससे सभी के लिए यात्रा आसान और अधिक सुलभ हो जाती है।
पीक फेस्टिवल सीज़न के दौरान निर्बाध यात्रा करना हुआ सुनिश्चित
1 अक्टूबर से 30 नवंबर, 2024 तक त्योहारी सीजन के दौरान सुगम यात्रा के लिए भारतीय रेलवे ने कुल 7,724 विशेष ट्रेनों की घोषणा की, जो पिछले साल की 4,429 विशेष ट्रेन सेवाओं की तुलना में 73% की वृद्धि को दर्शाता है। इसका उद्देश्य पीक फेस्टिवल सीज़न के दौरान निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करना है। भारतीय रेलवे ने छठ पूजा के लिए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए पिछले चार दिनों में प्रतिदिन औसतन 175 विशेष ट्रेनें चलाई हैं।
रेलवे ने यात्रियों की प्रत्याशित वापसी के लिए की तैयारी
अब भारतीय रेलवे छठ पूजा उत्सव के समापन के साथ 8 नवंबर, 2024 से शुरू होने वाली प्रत्याशित वापसी की भीड़ के लिए तैयारी कर रहा है। लौटने वाले यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनों की घोषणा की गई है, साथ ही स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए समस्तीपुर, दानापुर डिवीजनों और अन्य डिवीजनों के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की योजना बनाई गई है।
छठ पूजा कर लौटने वाले यात्रियों के लिए विशेष ट्रेन
छठ पूजा के लिए वापसी की भीड़ 8 नवंबर, 2024 को सूर्योदय के बाद शुरू होगी, जिसमें यात्रियों की अधिक संख्या को ध्यान में रखते हुए 164 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके बाद, भारतीय रेलवे ने 9 नवंबर के लिए 160, 10 नवंबर के लिए 161 और 11 नवंबर के लिए 155 विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है, ताकि त्योहार के दौरान यात्रियों की अपेक्षित भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित की जा सके।
भारतीय रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड
4 नवंबर, 2024 को भारतीय रेलवे ने एक दिन में रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाया, जिसमें अविश्वसनीय 120.72 लाख यात्री थे। इसमें 19.43 लाख आरक्षित यात्री और 101.29 लाख अनारक्षित गैर-उपनगरीय यात्री शामिल थे। यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त आबादी से भी अधिक है। उसी दिन, उपनगरीय यातायात रिकॉर्ड 180 लाख यात्रियों तक पहुंच गया, जो इस साल का सबसे अधिक एकल-दिवसीय यात्री आंकड़ा था।