भारतीय महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड की महिला टीम के बीच एकमात्र टेस्ट मैच खेला गया। खेल के तीसरे दिन टीम इंडिया ने इंग्लैंड की टीम को 347 रनों से हरा दिया। भारत की जीत में दीप्ति शर्मा का अहम योगदान रहा। उन्होंने टीम इंडिया के लिए ऑलराउंड प्रदर्शन किया और भारत को इस एतिहासिक जीत दिलाई। हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए शनिवार, 16 दिसंबर को डॉ. डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में शानदार ट्रॉफी अपने नाम किया। हीथर नाइट की अगुवाई वाली टीम पर व्यापक जीत घरेलू धरती पर इंग्लैंड के खिलाफ भारत की पहली टेस्ट जीत है।
टीम इंडिया की पहली जीत
इंग्लैंड ने इससे पहले तीन अलग-अलग दौरों (1995/96, 2001/02 और 2005/06) में भारतीय धरती पर पांच टेस्ट मैचों में भाग लिया था। मेहमान टीम ने 1995/96 के दौरे के दौरान तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती थी और अन्य दो सीरीज ड्रॉ पर समाप्त हुई थीं। मैच के बारे में बात करें तो भारत ने अपनी दूसरी पारी में छह विकेट के नुकसान पर 186 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी और इंग्लैंड के सामने लक्ष्य का पीछा करने के लिए 479 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
इस टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया और वे सिर्फ 131 रन पर ढेर हो गए। दीप्ति शर्मा जो पहली पारी में गेंद से भारत की स्टार थीं, उन्होंने दूसरी पारी में अंग्रेजी बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए एक और अच्छा जाल बुना और 32 रन देकर का दावा किया।
दीप्ति शर्मा का कमाल
दीप्ति ने इस मैच 38 रन देकर कुल 9 विकेट झटक के मैच विजयी आंकड़े के साथ समापन किया और पहली पारी में 67 रन बनाकर भारत के 428 के विशाल स्कोर में योगदान दिया। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। दीप्ति के अलावा, पूजा वस्त्राकर और राजेश्वरी गायकवाड़ ने भी दूसरी पारी में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया। इस मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने बेहद खराब प्रदर्शन किया और टीम पूरे मैच में कही भी वापसी नहीं कर सकी। नेट साइवर-ब्रंट ने खेल में इंग्लैंड के लिए एकमात्र अर्धशतक बनाया जबकि चार्ली डीन ने भारत की दूसरी पारी में चार विकेट लिए और उनकी रन गति को नियंत्रित रखा। इस मैच को जीत से भारत का मनोबल काफी बढ़ने वाला है क्योंकि वे 21 दिसंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू धरती पर एक और टेस्ट खेलने की तैयारी कर रहे हैं।