भारतीय महिला टीम और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम के बीच टेस्ट मैच खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। भारतीय महिला टीम ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को हराया है। यह टीम इंडिया की लगातार दूसरी टेस्ट जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने इंग्लैंड को भी टेस्ट मैच हराया था। भारत ने यह मुकाबले टेस्ट मैच के आखिरी दिन अपने नाम किया। टीम इंडिया की सालमी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने भारत के लिए यह मैच फिनिश किया। टीम इंडिया को जीत लिए ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 75 रन का ही टारगेट दिया था। जिसे उन्होंने दो विकेट खोकर बड़ी आसानी से चेज कर लिया।
भारतीय महिला टीम और ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के बीच खेले गए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। जहां भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को सिर्फ 219 रन के स्कोर पर ऑलआउट कर दिया। इस दौरान पूजा वस्त्रकर ने 4 विकेट, स्नेह राणा ने 3 विकेट और दीप्ति शर्मा ने दो विकेट झटके। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ताहलिया मैकग्राथ ने अर्धशतक जड़ा। उनके अलावा सिर्फ बेथ मूनी और एलिसा हीली ही थोड़े बहुत रन बना सकी। मैच की पहली पारी में टीम इंडिया ने पूरी तरह से अपने दबदबे को बनाए रखा और ऑस्ट्रेलिया को कमबैक करने का मौका नहीं दिया।
अब टीम इंडिया के बल्लेबाजों के पास लीड हासिल करने का शानदार मौका था और भारतीय टीम ने ऐसा ही कुछ किया। भारत ने अपनी पारी में 406 रन बनाए और 187 रनों की बड़ी लीड हासिल कर ली। इस दौरान भारत की ओर से चार खिलाड़ियों ने अर्धशतक जड़ा। जिसमें स्मृति मंधाना (74 रन), रिचा धोष (52 रन), जेमिमा रोड्रिग्स (73 रन) और दीप्ति शर्मा (78 रन) का नाम शामिल था। इन चारों के अलावा शैफाली वर्मा ने 40 रन और पूजा वस्त्रकर ने 47 रनों की पारी खेली।
मैच के दूसरे हाफ का खेल
भारतीय टीम के पास अब अच्छी खासी लीड थी। टीम इंडिया को अब किसी भी तरह ऑस्ट्रेलिया को कम टोटल पर एक बार फिर से ऑलआउट करना था। भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर से ऐसा ही कमाल किया और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम को 261 रन पर ऑलआउट कर दिया। इस दौरान स्नेह राणा ने 4 विकेट, हरमनप्रीत कौर ने 2 विकेट, गायकवाड़ ने 2 विकेट और पूजा वस्त्रकर ने एक विकेट हासिल किया। ऑस्ट्रेलियाई टीम को 261 रन पर ऑलआउट करने के बाद भारत को जीत के लिए अब सिर्फ 75 रन चाहिए थे। जिसे टीम इंडिया ने आसानी से चेज कर लिया।