भारत में कुल कोयला उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त के बीच 6.36 प्रतिशत बढ़कर 384.07 मिलियन टन (एमटी) हो गया है। यह पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 361.11 मिलियन टन था।
कोयला मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि अगस्त 2024 में कुल कोयले का उत्पादन 7.51 प्रतिशत गिरकर 62.67 एमटी रह गया, जो कि अगस्त 2023 में 67.76 एमटी था।
मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल-अगस्त की अवधि में 412.69 एमटी कोयले की आपूर्ति की गई है इसमें पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 5.17 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है और यह पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 392.40 एमटी था।
अगस्त 2024 में कोयले की आपूर्ति घटकर 69.94 एमटी रह गई है, जो कि अगस्त 2023 में 75.19 एमटी थी। इसमें 6.98 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
समीक्षा अवधि में पावर सेक्टर को 338.75 एमटी कोयले की आपूर्ति की गई है। इसमें सालाना आधार पर 4.13 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है। पिछले साल यह आंकड़ा 325.33 एमटी था।
मंत्रालय ने कहा, “अगस्त 2024 में पावर सेक्टर को आपूर्ति 58.07 एमटी रही है, जो कि अगस्त 2023 में 61.43 एमटी थी। इसमें सालाना आधार पर 5.47 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
थर्मल पावर प्लांट्स में कोयला स्टॉक में पहले के मुकाबले 32.08 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। 31 अगस्त 2024 को थर्मल पावर प्लांट्स में 37.18 एमटी कोयला था, पिछले साल यह आंकड़ा 28.15 एमटी था।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बीते चार वर्षों से देश में कोयले का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में 997.83 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ था। वित्त वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 730.9 मिलियन टन था।