वैश्विक उथल-पुथल के बीच भारत का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से बढ़ रहा है और जल्द यह 700 अरब डॉलर के आंकड़े को छू सकता है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
वैश्विक निवेश फर्म जेफरीज की रिपोर्ट में बताया गया कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार ऑल-टाइम हाई पर बना हुआ है और वित्त वर्ष 2024-25 में उम्मीद से पहले 700 अरब डॉलर के आंकड़े को छू सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 53 अरब डॉलर बढ़कर 700 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। रुपया मौजूदा समय में दुनिया की सबसे स्थिर मुद्राओं में से एक है।
आरबीआई की ओर से जारी किए गए 6 सितंबर तक के साप्ताहिक डेटा में बताया गया कि एक हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5.2 अरब डॉलर बढ़कर ऑल-टाइम हाई 689.24 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इस दौरान केंद्रीय बैंक के पास मौजूद विदेशी मुद्रा 5.10 अरब डॉलर बढ़कर 604.1 अरब डॉलर हो गई है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने की वजह विदेशी निवेशकों द्वारा भारत में लगातार किया जा रहा निवेश भी है। विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (एफपीआई) की ओर से पिछले हफ्ते 16,800 करोड़ रुपये की खरीदारी की गई। एफपीआई ने इस महीने की शुरुआत से लेकर 13 सितंबर तक 27,856 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि पिछले कुछ वर्षों में महंगाई के कारण ब्याज दरों में तेज इजाफा देखने को मिला, लेकिन अब दुनियाभर में महंगाई काबू में आ गई है। इस कारण से आने वाले समय में ब्याज दरों में कटौती देखने को मिल सकती है। ऐसे में भारत में आरबीआई भी ब्याज दरों को आने वाली तिमाहियों में कम कर सकता है।