जम्मू। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में शनिवार को सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस घटना में सेना का एक जवान घायल हो गया।
एक अधिकारी ने बताया, “राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ का प्रयास करने के दौरान हुई मुठभेड़ में एक सैनिक घायल हो गया। मुठभेड़ नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में उस समय हुई जब नियंत्रण रेखा की सुरक्षा में तैनात सैनिकों ने घुसपैठ का प्रयास कर रहे आतंकवादियों के एक समूह को रोका।”
अधिकारी ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में नौशेरा सेक्टर में आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की यह दूसरी कोशिश थी।
सेक्टर के लाम इलाके में 9 सितंबर को नियंत्रण रेखा के पास भारी हथियारों से लैस दो आतंकवादी मारे गए थे।
जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर में पिछले दो महीने में सेना, सुरक्षाबलों और आम नागरिकों पर कई आतंकवादी हमले हुए हैं।
इन हमलों के लिए कट्टर विदेशी आतंकवादियों के एक समूह (जिनकी संख्या 40 से 50 मानी जाती है) को जिम्मेदार माना जा रहा है। सेना ने इन जिलों के घने जंगलों वाले इलाकों में 4,000 से अधिक प्रशिक्षित सैनिकों को तैनात किया, जिनमें पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित सैनिक शामिल हैं।
आतंकवादी घात लगाकर हमला करने के बाद इन पहाड़ी इलाकों के जंगलों में गायब हो जा रहे थे।
सेना और सीआरपीएफ की तैनाती के साथ-साथ स्थानीय निवासियों द्वारा प्रबंधित ग्राम रक्षा समितियों (वीडीसी) को मजबूत करने से आतंकवादियों को ऐसे हमलों को अंजाम देने से हतोत्साहित किया गया है।
सुरक्षा बलों द्वारा जम्मू संभाग और कश्मीर घाटी दोनों में आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक तरीके से कार्रवाई शुरू करने के बाद मुठभेड़ की घटनाएं बढ़ गई हैं।
जम्मू संभाग के डोडा, किश्तवाड़, रामबन, रियासी, पुंछ, उधमपुर, कठुआ, जम्मू और सांबा जिलों में 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को दूसरे और तीसरे चरण के मतदान होंगे।