बिहार के मुंगेर में हीट वेब की चपेट में आने से एक दारोगा की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वह तीन महीने पहले शेखपुरा से मुंगेर आए थे. यातायात थाना में पदस्थापित थे. भोजपुर जिला के बड़हरा थाना क्षेत्र के चातर गांव निवासी ददन प्रसाद सिंह बीते गुरुवार को उनकी तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मुंगेर में दारोगा की मौत: दरअसल, गुरुवार को ड्यूटी के दौरान दरोगा ददन प्रसाद सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. वे अपने ड्राइवर के साथ पुलिस लाइन बैरक पहुंचे. जहां उन्होंने पानी के साथ ओआरएस का घोल पिया और शौचालय चले गए. शौचालय से लौटने के क्रम में गश्त खा कर बेहोश हो गए. फौरन मौजूद पुलिस जवानों ने उन्हें इलाज के लिए पहले सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: बताया जाता है कि सदर अस्पताल में इलाज के बावजूद स्तिथि में सुधार नहीं होता देख परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां आज शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. वहीं घटना के बाद दिवंगत दरोगा की पत्नी कल्याणी देवी, पुत्र अंकुश कुमार सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दारोगा के पुत्र ने डीएसपी पर लगाये गंभीर आरोप: दारोगा के पुत्र अंकुश कुमार ने बताया कि बीते दिनों मुंगेर यातायात डीएसपी ने मुंगेर एसपी को लिखित शिकायत की थी. जिसपर उनका वेतन बंद कर दिया गया है. अंकुश ने बताया कि चुनाव पूर्व ही उनके पिता का तबादला शेखपुरा से मुंगेर हुआ था. वे नौ महीने के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे।
“दारोगा का बॉडी टेम्परेचर 105 डिग्री था. मरीज हाई फीवर से ग्रसित अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे.पोस्टमार्टम के दौरान शरीर के अंग को देखने से पता चलता है कि इनकी मौत हीट स्ट्रोक और हार्ट अटैक से हुई है.” -डॉ. रमन कुमार, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल
इलाज के दौरान मौत: एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि यातायात थाना में पदस्थापित दारोगा ददन प्रसाद सिंह की ड्यूटी के दौरान तबीयत खराब हो गई थी. उनके इलाज के लिए पूरा प्रयास किया गया, परंतु इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उनकी मौत किस कारण से हुई हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर यह स्पष्ट हो जाएगा।