पटना।
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस. सिद्धार्थ ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) को एक अहम पत्र लिखकर विशेष निर्देश जारी किए हैं। इस पत्र में 28 अप्रैल से 2 मई 2025 तक सरकारी विद्यालयों में विशेष अभियान चलाकर छात्रों को पाठ्यपुस्तकों का वितरण करने का आदेश दिया गया है।
बच्चों के माता-पिता और जनप्रतिनिधियों को बुलाने के निर्देश
ACS ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस अभियान के तहत बच्चों के अभिभावकों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी विद्यालयों में आमंत्रित किया जाए। उनकी उपस्थिति में पाठ्यपुस्तकों का वितरण समारोह आयोजित किया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे और विद्यालय स्तर पर शिक्षा व्यवस्था में जन भागीदारी सुनिश्चित हो।
सभी विद्यालयों में पहुंचे किताबें, सुनिश्चित करें डीईओ
डॉ. सिद्धार्थ ने पत्र में कहा है कि बिहार राज्य पाठ्यपुस्तक प्रकाशन निगम के द्वारा सभी प्रखंड संसाधन केंद्रों तक कक्षा 1 से 8वीं तक की किताबें पहुंचा दी गई हैं। अब सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि किताबें विद्यालयों तक सही समय पर पहुंच गई हैं या नहीं।
डॉक्यूमेंटेशन और रिपोर्टिंग का विशेष ध्यान
अपर मुख्य सचिव ने सभी डीईओ से कहा है कि:
- वितरण कार्यक्रम का अलग से एक पंजी में संधारण करें।
- वितरण समारोह की तस्वीरें लें और उनका प्रतिवेदन बिहार राज्य पाठ्यपुस्तक निगम कार्यालय को भेजें।
- वितरण के दौरान पुस्तकों की गुणवत्ता का अवलोकन करें।
- अगर पुस्तकों की गुणवत्ता में कोई कमी पाई जाती है, तो इसकी तत्काल सूचना निगम को भेजें।
शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए तेजी से हो रहा कार्य
उल्लेखनीय है कि बिहार के सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत 1 अप्रैल से ही हो चुकी है। ऐसे में शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सभी बच्चों को समय पर पुस्तकें मिलें, ताकि अध्ययन कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए।