मध्य प्रदेश के मुरैना में पुलिस ने एक ऐसे ट्रक को रोका, जिसमें पशु चारे के नाम पर करोड़ों का नशा छिपाकर ले जाया जा रहा था। जैसे ही पुलिस ने जांच शुरू की, पूरा सच सामने आ गया, जिसने सबको चौंका दिया! दरअसल, शुक्रवार को मुरैना जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। कोतवाली सिटी और सिविल लाइन थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सवितापुरा नहर के पास एक संदिग्ध ट्रक को रोका। जांच करने पर पता चला कि यह कोई साधारण ट्रक नहीं, बल्कि इसमें 6.20 करोड़ रुपये मूल्य का गांजा छिपाकर ले जाया जा रहा था! 120 बोरों में छिपा था 31 क्विंटल गांजा! पुलिस के अनुसार, ट्रक में 120 बोरों में छिपाकर 30.98 क्विंटल गांजा भरा गया था। इसे महाराष्ट्र के नासिक से दिल्ली ले जाया जा रहा था। शुरुआत में ट्रक चालक ने पुलिस को बताया कि वह सिर्फ पशु चारा ले जा रहा है, लेकिन शक होने पर पुलिस ने बोरों की गहन जांच की। जैसे ही जांच शुरू हुई, गांजे की बड़ी खेप का खुलासा हुआ! ट्रक चालक गिरफ्तार, पूछताछ में कर रहा बयान बदलने की कोशिश! ट्रक का चालक वीरेंद्र यादव (निवासी जौनपुर, उत्तर प्रदेश) को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने कई बार अपने बयान बदले, जिससे शक और गहरा हो गया। पुलिस को आशंका है कि यह तस्करी किसी बड़े ड्रग माफिया नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है। मुरैना SP समीर सौरभ ने कहा, “कल देर शाम थाना पुलिस द्वारा मुरैना की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक कार्रवाई की गई है… इसमें गांजे से भरा हुआ एक ट्रक बरामद किया गया है। इसकी मात्रा 3,000 किलों से भी ज्यादा थी। बाजार में इस गांजे की कीमत 6 करोड़ से ऊपर है। हमने एक आरोपी को पकड़ा है, जिससे विस्तार से पूछताछ की जा रही है… सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी…” अब तक की सबसे बड़ी मादक पदार्थ बरामदगी! मुरैना पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि यह मुरैना जिले में अब तक की सबसे बड़ी मादक पदार्थ विरोधी कार्रवाई है। इससे संकेत मिलता है कि यह तस्करी गिरोह बहुत बड़ा और संगठित हो सकता है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है कि यह खेप कहां से आ रही थी और किन जगहों पर भेजी जानी थी।
गांजा तस्करी के पीछे कौन? पुलिस ने बनाई SIT! इस बड़ी बरामदगी के बाद पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह टीम इस मामले की हर पहलू से जांच करेगी और पता लगाएगी कि इस गिरोह में कौन-कौन शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ट्रक के मालिक और उसके पीछे के मास्टरमाइंड की भी तलाश में जुट गई है। तस्करों की चालाकी भी नहीं आई काम! तस्करों ने गांजे को पशु चारे के बोरों के नीचे छिपाकर ले जाने की कोशिश की थी, ताकि पुलिस को शक न हो। लेकिन हाईवे पर पुलिस की सतर्कता के चलते उनका यह खेल ज्यादा देर तक नहीं चल सका। इस कार्रवाई से साफ है कि पुलिस नशा तस्करों पर लगातार शिकंजा कस रही है। क्या आगे और गिरफ्तारियां होंगी? पुलिस की टीम यह भी जांच कर रही है कि क्या इससे पहले भी इसी तरह की खेप दिल्ली या अन्य राज्यों में भेजी गई थी। पूछताछ के बाद आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस ने यह भी कहा है कि यह गिरोह बहुत बड़े स्तर पर काम कर रहा था और इसके अन्य सदस्यों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस की सतर्कता से बर्बाद हुआ नशे का बड़ा खेल! यह पूरी घटना बताती है कि पुलिस की मुस्तैदी और सतर्कता ने लाखों लोगों तक नशा पहुंचने से पहले ही उसे रोक दिया। यह भी साफ हो गया कि ड्रग माफिया अब नए-नए तरीकों से तस्करी करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की चतुराई के आगे उनकी चालाकी टिक नहीं पा रही