भारतीय रिजर्व बैंक ने पांच वर्ष बाद रेपो रेट यानी नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती का ऐलान किया है। इससे उन लोगों के लिए कर्ज सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है जिन्होंने पहले से वाहन, आवास या व्यक्तिगत ऋण ले रखा है या फिर आगे कर्ज लेने जा रहे हैं।
आरबीआई ने इससे पहले कोरोना के दौरान मई 2020 में रेपो दर में 40 आधार अंकों की कटौती करके इसे 4 प्रतिशत किया था। दरअसल, आर्थिक विकास को गति देने के लिए केंद्र सरकार ने खपत बढ़ाने के लिए बजट में काफी घोषणाएं की हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कमी को लेकर ऐलान कर सकता है, क्योंकि मौजूदा वक्त में महंगाई दर भी नियंत्रण में है।
किसी ने 20 साल के लिए आवास कर्ज 8.5 ब्याज दर पर लिया हो तो उनके लिए बचत को इस उदाहरण से समझें
कर्ज राशि पुरानी संशोधित मासिक सालाना
किस्त किस्त बचत बचत
20 लाख 17356 17041 315 3780
30 लाख 26035 25562 473 5,676
40 लाख 34713 34083 630 7,560
50 लाख 43391 42,603 788 9,456
नोट फिक्स ब्याज दर पर लोन लेने वालों पर कटौती का कोई असर नहीं होगा। (अनुमान सांकेतिक हैं, अधिक जानकारी बैंक से जुटाएं)
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