बिहार में इंटरमीडिएट परीक्षा (Intermediate Exam) की तैयारी पूरी कर दी गई है. परीक्षा की शुरुआत 1 फरवरी से हो रही है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मुताबिक इस साल परीक्षा में 13 लाख चार हजार परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे. वहीं, राजधानी पटना (Patna) में 78 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षार्थियों को सलाह दी गई है कि वे परीक्षा से आधा घंटा पहले सेंटर पहुंचें.
परीक्षा दो पाली में कराई जाएगी. पहली पाली में सुबह 9 बजे पूजा होगी और दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे होगी. इसकी जानकारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी कि लगातार ऐसी सूचना मिलती है कि छात्र समय पर नहीं पहुंचते हैं इसलिए सभी छात्र समय से पहले पहुंचे. उन्होंने कहा कि सभी केंद्र पर धारा 144 लागू किया गया है ताकि सभी छात्र बेहतर तरीके से परीक्षा दे सकें. किसी तरह के अनाधिकृत लोग परीक्षा केंद्र के पास नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि हर तरह के निर्देश दिए गए हैं.
मौसम के पूर्वानुमान के मद्देनजर मिली यह छूट
आनंद किशोर ने बताया कि राज्य के सभी जिले में चार मॉडल केंद्र बनाया गया है. हर परीक्षा केंद्र की चारदीवारी को ऊंचा कर दिया गया है. माना जा रहा है कि यह परीक्षा को कदाचार मुक्त रखने के लिए किया गया है. आनंद किशोर ने कहा कि मौसम विभाग ने ठंड को लेकर पूर्वानुमान व्यक्त किया है जिसे देखते हुए परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्र में आने का आदेश दिया गया है.
परीक्षा में जूता-मोजा पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. हालांकि जब 10वीं बोर्ड की परीक्षा के वक्त मौसम के पूर्वानुमान के मुताबिक ही निर्देश जारी किए जाएंगे. आनंद किशोर ने कहा कि अगर मौसम ठीक रहा तो मैट्रिक की परीक्षा में जूता और मोजा पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है. राज्य में मैट्रिक की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होगी.