नए साल के दिन से शुरू हुई तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह बुधवार को और बढ़ गई, जब पार्टी के एक विधायक ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर टीएमसी नेतृत्व और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला। हुगली जिले के बालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस विधायक मनोरंजन ब्यापारी ने बुधवार सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट कर सवाल उठाया है कि क्या “पार्टी के भीतर चोरों के अलावा कोई नहीं है।”
टीएमसी विधायक ने और क्या कहा?
ब्यापारी ने सवाल किया, “रेत और नशीले पदार्थ का माफिया मुझ पर चोरी, हत्या और बलात्कार का आरोप लगा रहा है। मुझ पर एक दिवंगत और प्रतिष्ठित लेखक की साहित्यिक कृतियों को अपनी साहित्यिक रचना बताकर लाखों रुपये कमाने का आरोप लगाया गया है। अब मुझे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बालागढ़ का विधायक बना दिया है, मेरा प्रश्न यह है कि यदि वह मेरे जैसे भ्रष्ट व्यक्ति को उस पद के लिए चुन सकती है, तो वह किस प्रकार का व्यक्ति है। मुख्यमंत्री ने मुझे नामांकित करने से पहले मेरे बारे में पूछताछ क्यों नहीं की? तो क्या मैं यह मानूं कि विपक्षी दलों का यह दावा सही है कि तृणमूल कांग्रेस में सभी चोर हैं?’
पार्टी छोड़ने का दिया संकेत
सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने पार्टी छोड़ने का भी संकेत दिया और मीडियाकर्मियों से अपील की कि वे अगले कुछ दिनों तक उनके पोस्ट पर कड़ी नजर रखें, जब वह अगले कदम की घोषणा करेंगे। ब्यापारी ने किसी का नाम लिए बिना एक स्थानीय महिला तृणमूल कांग्रेस नेता पर 2017 में अनैतिक तरीके से जिले के एक स्कूल में नौकरी पाने और एक दिन भी स्कूल गए बिना इतने सालों तक वेतन लेने का आरोप लगाया था।
मैं लोगों के साथ सड़कों पर उतरूंगा- MLA
ब्यापारी ने यह भी कहा था कि वह ऐसी अनियमितताओं के विवरण के साथ कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय की पीठ से संपर्क करेंगे। उन्होंने कहा, लोकतंत्र से अधिक शक्तिशाली कुछ भी नहीं है और मैं लोगों के साथ सड़कों पर उतरूंगा, मैं इसे अंत तक देखूंगा।