नई दिल्ली/श्रीनगर।कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में सैन्य हलचलों का तेज़ होना संकेत दे रहा है कि पाकिस्तान को इस बार मुंहतोड़ जवाब मिल सकता है। बीती रात भारतीय वायुसेना के राफेल और सुखोई जैसे फाइटर जेट्स ने श्रीनगर से लेकर भारत-पाक बॉर्डर तक गश्त की, जिसने पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी।
आसमान में राफेल की गूंज, ज़मीन पर सघन जांच
एयरबोर्न वार्निंग सिस्टम से लैस एयरक्राफ्ट्स लगातार पाकिस्तानी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स और AWACS भी ऑपरेशन में जुटे हैं। बॉर्डर के गांवों में सघन चेकिंग चल रही है, वहीं आतंकी ठिकानों पर हमले तेज कर दिए गए हैं।
INS विक्रांत हुआ तैनात, अरब सागर में बढ़ी हलचल
भारत की तीनों सेनाएं एक्शन मोड में हैं। भारतीय नौसेना ने INS विक्रांत को अरब सागर में तैनात कर दिया है। मिग-29K से लैस यह युद्धपोत किसी भी स्थिति में जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। INS सूरत से मिसाइल परीक्षण भी सफल रहा, जो समुद्र में दुश्मन पर सटीक हमला करने की क्षमता रखती है।
‘आक्रमण’ युद्धाभ्यास या संदेश?
वायुसेना द्वारा शुरू किया गया ‘एक्सरसाइज आक्रमण’ चर्चा में है। इसमें राफेल की दो स्क्वॉड्रन, सुखोई-30 एमकेआई और अन्य लड़ाकू विमान शामिल हैं। अभ्यास को रूटीन बताया जा रहा है, लेकिन इसकी टाइमिंग और लोकेशन कुछ और इशारा करती है। सूत्रों का कहना है कि कोई भी बड़ा एक्शन लेने से पहले घरेलू खुफिया निगरानी और सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
जमीनी हालात की समीक्षा करेंगे आर्मी चीफ
थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी आज श्रीनगर पहुंच रहे हैं। वे हाई लेवल सिक्योरिटी मीटिंग के बाद पहलगाम जाएंगे, जहां आतंकियों ने निहत्थे टूरिस्टों की निर्मम हत्या की थी। उनके साथ फिफ्टीन कोर कमांडर और विक्टर फोर्स कमांडर भी मौजूद रहेंगे। यह दौरा रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है।
क्या दोहराएगा भारत 2019 की कहानी?
2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में बालाकोट एयर स्ट्राइक कर आतंक के ठिकानों को तबाह किया था। इस बार राफेल जैसे आधुनिक विमानों और INS विक्रांत जैसे शक्तिशाली युद्धपोतों की तैनाती से संदेश साफ है — भारत आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।