बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को टेक्सटाइल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया. इस महत्वपूर्ण मीट में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद रहे. केंद्रीय मंत्री ने इन्वेस्टर्स मीट पर खुशी जताई और दावा किया कि आनेवाले दिनों में कई इन्वेस्टर्स बिहार आएंगे।
‘माहौल खराब न करे विपक्ष’: इन्वेस्टर्स मीट के बाद केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी और विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया. गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार बदल रहा है और डबल इंजन की सरकार में इन्वेस्टर्स भी आ रहे हैं. ऐसे में विपक्ष माहौल न खराब करे.”
”बिहार आने से हिचकिचाहट थी, वो हमने दूर कर दी है और जो अफवाह फैला रहे हैं विपक्ष उनसे भी कहना चाहूंगा कि बिहार को बदनाम न करें, इन्वेस्टर्स आ रहे हैं. माहौल बन गया है. एक इन्वेस्टर तो मुझे मिला और कहा कि 50 लाख मेरा जमा है प्रोसेसिंग में, लेकिन ज्योंही सरकार बदली, बीच में 17 महीने के लिए तो मैंने छोड़ दिया. तो तुम अपना गुडविल देखो !”- गिरिराज सिंह, केंद्रीय कपड़ा मंत्री
‘माल महाराज का और मिर्जा खेले होली !’: गिरिराज सिंह ने रोजगार को लेकर तेजस्वी के दावों पर कहा कि ऐसे ढपोरशंखी की बात का जवाब मैं नहीं देता. मैं कहता हूं कि वो आकर विजय बाबू से बहस कर लें कि पांच विभाग उनके जिम्मे रहा, पांच विभाग में कितने रोजगार दिए, ये विजय बाबू ने पूछा है और इसका जवाब वो दे दें.”
“ढपोरशंखी ! माल महाराज का और मिर्जा खेले होली. नीतीश कुमार ने रोजगार दिया और मैं ही हूं, मैं ही हूं. एक झूठ को 100 बार बोलकर गोबेल्स का सिद्धांत न लाएं”- गिरिराज सिंह, केंद्रीय कपड़ा मंत्री
बिहार के विशेष दर्जे पर क्या बोले गिरिराज ?: बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर पूछे गये सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि “बिहार निश्चित रूप से विकसित राज्य बनेगा, इसमें दो मत नहीं है.भारत सरकार ने जैसे सवा लाख करोड़ का पैकेज दिया था वैसे ही आनेवाले दिनों में आप सुन लीजिएगा कि हर सेक्टर में बिहार को क्या मिल रहा है.”
‘पहली बार 90 फीसदी इन्वेस्टर्स बाहर से आए’: गिरिराज सिंह ने कहा कि पहली बार 90 फीसदी से ज्यादा इन्वेस्टर्स बिहार के बाहर से आए और जब मैंने कि कितने लोगों ने इन्वेस्टमेंट का मन बनाया है तो उसमें से 60 फीसदी से ज्यादा लोगों ने हाथ उठाया और जल्द ही MOU की प्रक्रिया भी होगी.”
देश भर से आए निवेशकः बता दें कि पटना में टेक्सटाइल्स इन्वेस्टर्स मीट में देश भर से कई बड़े उद्योगपति शामिल हुएय इस मीट के बाद टेक्सटाइल इंडस्ट्री में बिहार में निवेश की संभावनाओं को बल मिला है. बता दें कि कृषि के बाद टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री ही सबसे ज्यादा रोजगार देता है. टेक्सटाइल इंडस्ट्री के जरिये फिलहाल साढ़े 4 करोड़ लोगों को रोजगार मिल रहा है और सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 5 करोड़ तक पहुंचाने का है।