जेडीयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद बिहार की सियासत में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि एनडीए से जेडीयू को अलग करने में ललन सिंह की बड़ी भूमिका थी। अब जब ललन सिंह जेडीयू के अध्यक्ष नहीं है और नीतीश कुमार ने जेडीयू की कमान अपने हाथ में ले ली है तो इस बात की संभावना जताई जा रही है कि नीतीश एक बार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। सियासी कयासों के बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बड़ी बात कह दी है।
नीतीश के एनडीए में वापसी के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा है कि नीतीश कुमार फिर कभी भी पलटी मार सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक संभावना का खेल होता है और कुछ भी हो सकता है। अगर भाजपा के लोग डिसाइड करते हैं कि नीतीश कुमार NDA में रहेंगे तो हम नीतीश कुमार का विरोध नहीं करेंगे। राजनीति, वार और लभ में सब चलता है। हम नीतीश कुमार के साथ थे, एनडीए के साथ थे उसे वक्त नीतीश कुमार पार्टी पलटी मार लिए। उसी वक्त हमने कसम ले लिया था कि नीतीश कुमार को नहीं छोड़ेंगे, इसलिए उनके साथ थे।
मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार कहते थे अपनी पार्टी को जदयू में मर्ज करवा दीजिए लेकिन हमारे किसी भी साथियों का इरादा नही था कि हम लोग मर्ज करें। धन्यवाद देते हैं NDA के नेताओं, पीएम मोदी को और अमित शाह को जिन्होंने तुरंत ही संवाद दिया और कहा कि आप हमारे गठबंधन में आ जाइए और हम NDA में चले गए और सभी ने देखा कि जिस तरह NDA गठबंधन की बैठक हुई तो जो बैठने की व्यवस्था की गई तो प्रधानमंत्री के सामने कुर्सी दी गई।
उन्होंने कहा कि भोजन में भी वही देखने को मिला तमाम जगहों पर प्रधानमंत्री की कुर्सी के काफी नजदीक मेरी कुर्सी दी गई। मतलब है कि हम लोग पैसे के लोभी कभी नहीं रहे हैं। हमलोग मान और मर्यादा के लोभी रहे हैं और जिस प्रकार NDA में हमें मान और मर्यादा दिया जाता है तो किसी परिस्थिति में हम लोग नरेंद्र मोदी को छोड़ने को तैयार नहीं है। मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार की वापसी अगर एनडीए में होती है तो उनका स्वागत करेंगे।