केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने बुधवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि भागलपुर में 350 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार है। राज्य सरकार ने इसे अबतक चालू नहीं कराया है।
उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में लगी महंगी मशीनों पर धूल जम रही हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री भूल जाते हैं कि उनके पास स्वास्थ्य जैसा महत्वपूर्ण विभाग भी है। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को लेकर राज्य सरकार के अधिकारी भी कुछ नहीं बोल पाते हैं।
केंद्र सरकार दे चुकी है 60 प्रतिशत राशि
उन्होंने कहा कि इस हॉस्पिटल को बनाने के लिए 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार को देना था, जो दिया जा चुका है। सात विभागों से सुसज्जित अस्पताल के चालू होने पर गंभीर बीमारियों का इलाज होगा।
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शुरू होना बिहार का दुर्भाग्य
उन्होंने आगे कहा कि राज्य के पांच शहरों पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्वीकृति करवाई थी, लेकिन दुर्भाग्य है कि अबतक कहीं भी वह शुरू नहीं हो पाया है।
हालांकि, वर्तमान स्वास्थ्य सुप्रीटेंडेंट ने कहा है कि भागलपुर के सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल को 2024 के जनवरी तक चालू कर दिया जाएगा।
मानसिक रूप से बीमार और लाचार हैं सीएम नीतीश कुमार
उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार मानसिक रूप से बीमार और लाचार हो चुके हैं। इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देनी चाहिए। बिहार फिर जंगलराज की ओर चला गया है। सूबे में दिनदहाड़े लोगों की हत्याएं हो रही हैं। अपराधी बेखौफ होकर सड़क पर घूम रहे हैं।