बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सियासत जोरों पर है. विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही है. वहीं बुधवार को इंडिया गठबंधन की बैठक पटना के आरजेडी कार्यालय में की गई और पूरे बिहार में 20 जुलाई को प्रतिरोध मार्च निकालने का ऐलान किया गया. इसको लेकर सत्ता पक्ष भी हमलावर है. बिहार सरकार में मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि प्रतिरोध मार्च निकालना उनका संवैधानिक अधिकार है।
प्रतिरोध मार्च पर क्या बोले संतोष सुमन?: मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि बिहार में जो अपराध की घटना होती है, प्रशासन त्वरित कारवाई करता है. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी के पिता की हत्या की घटना बहुत दुखद है. इस मामले को लेकर जिस तरह से पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर अपराधी को गिरफ्तार किया, उससे साफ हो गया है कि बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर जो लोग उंगली उठा रहे हैं उनके मुंह पर तमाचा पड़ा है।
“ऐसे ही जो अपराध होता है प्रशासन कार्रवाई करती है. आरोपी को पकड़ कर सजा दिलाया जा रहा है. राजद को तो अपराध को लेकर बोलने का हक नहीं है. पंद्रह साल राजद के लोग सत्ता में रहे, बिहार को बर्बाद कर दिया. बिहार का बच्चा बच्चा जंगलराज के बारे में जानता है. राजद का इतिहास रहा है कि जब जब वह गठबंधन में आकर भी सरकार में रही है तो बिहार का लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ा है.”- संतोष कुमार सुमन, मंत्री, बिहार सरकार
संतोष सुमन का आरजेडी पर निशाना: उन्होंने आगे कहा कि आज अपराध को सत्ता का संरक्षण देने वाले लोगों को आपराधिक घटना की याद आ रही है, ये आश्चर्य की बात है. जंगलराज के युवराज को ऐसी बातें शोभा नहीं देती है. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री खुद मॉनिटरिंग करते रहते हैं. कहीं कोई दिक्कत नहीं है, जहां अपराध हो रहा है अपराधी पकड़े जा रहे हैं।