बिहार के कई जिले के लोगों के लिए खुशखबरी है. समस्तीपुर जिले से होकर एक एक्सप्रेस-वे सड़क गुजरेगी. इस एक्सप्रेसवे को बिहार के रक्सौल से लेकर पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट तक बनाना है. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से पश्चिम बंगाल, झारखंड जैसे राज्यों में यात्रा करना आसान होगा. नेपाल जाने वाले लोग अपनी व्यापारिक गतिविधियों को और तेज कर सकेंगे.
समस्तीपुर जिले से होकर एक सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे गुजरेगा. इस एक्सप्रेस-वे से बिहार से पश्चिम बंगाल, झारखंड और नेपाल तक की दूरी काफी कम हो जाएगी. साथ ही यात्रा का समय भी कम होगा. इस परियोजना का मकसद बंगाल, नेपाल के बीच व्यापार को बढ़ावा देना और यात्रा को सुगम बनाना है.यह सड़क समस्तीपुर जिला के ताजपुर मुसरीघरारी दलसिंहसराय होते हुए बेगूसराय जिले की ओर जाएगी. इसका निर्माण रक्सौल से लेकर पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट तक बनाना है. इसके लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा, जिसका Detailed Project Report सड़क परिवहन मंत्रालय से स्वीकृत हो चुका है. एनएचएआइ ने निर्माण प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. इस परियोजना की कुल लागत करीब 60000 करोड़ रुपये है. इस सड़क का निर्माण वर्ष 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
इस एक्सप्रेसवे के बनने से रक्सौल, देवघर, कोलकाता, रांची और अन्य जगहों तक यात्रा आसान हो जाएगी. इसके साथ ही पटना और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों तक यात्रा करना भी अधिक सरल और आरामदायक होगा. इस सड़क से व्यापार और पर्यटन में भी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है. इस परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है. एक्सप्रेसवे का मार्ग बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें , समस्तीपुर ,बेगूसराय , सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी पूर्वी चंपारण,बिहार शरीफ, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, सारण, पटना, जमुई, शेखपुरा, बांका शामिल हैं.
व्यापारिक और सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण यह एक्सप्रेसवे व्यापारिक और सामरिक दृष्टिकोण से काफी अहम है. इस परियोजना से नेपाल और भारत के बीच परिवहन व व्यापार में सुधार होगा, और इन राज्यों में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. साथ ही, गंगा नदी पर एक नया पुल भी बनाया जाएगा, जो बेगूसराय और सूर्यगढ़ा के बीच स्थित होगा.