बिहार के पूर्व मंत्री एवं मौजूदा एमएलसी जनकराम को मुख्य प्रवक्ता बनाया है। वहीं, दानिश इकबाल को मीडिया संयोजक एवं मनोज शर्मा को मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के निर्देश पर शनिवार को बिहार बीजेपी मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी किए। सम्राट चौधरी ने इन नियुक्तियों में जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखा है। जनक राम के जरिए बीजेपी ने दलित कार्ड खेला है। वहीं, दानिश इकबाल को मीडिया संयोजक बनाकर अल्पसंख्यक समाज को भी साधने की कोशिश की गई है।
बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद जातिगत राजनीति तेज हो गई है। राजनीतिक पार्टियां विभिन्न जातियों को साधने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है। कुशवाहा समाज से आने वाले सम्राट चौधरी ने अपनी टीम में दलित, मुसलमान और सवर्ण नेताओं को एंट्री दी है। इसे बीजेपी की जातिगत राजनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
पूर्व मंत्री एवं एमएलसी जनकराम का कद बढ़ाकर उन्हें मुख्य प्रवक्ता बना दिया है। वे दलित समाज से आते हैं। अक्सर दलितों के मुद्दे पर वे नीतीश सरकार को घेरते हुए नजर आते हैं। अब वे आरजेडी एवं जेडीयू के खिलाफ और भी मुखर होकर बीजेपी के एजेंडे का प्रचार करेंगे। इस साल जब बिहार में नए बीजेपी अध्यक्ष को लेकर अटकलें चल रही थीं, तब राम का नाम भी चर्चा में रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा HAM सुप्रीमो जीतनराम मांझी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर बीजेपी सीएम पर दलितों के अपमान का आरोप लगा रही है। इस माहौल में बीजेपी ने एक दलित नेता का कद बढ़ाकर जेडीयू को कड़ा संदेश दिया है।