दो दिन पहले बिहार में चतुर्थ कृषि रोडमैप का लोकार्पण किया गया है। इसमें किसानों की आमदनी बढ़ाने, कृषि को उन्नत और आधुनिक दिशा देने की कवायद होगी। भागलपुर जिले के लोगों के लिए खुशखबरी है कि चतुर्थ कृषि रोड मैप में किए गए प्रावधानों के अनुसार शाहकुंड में जर्दालू आम के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। यह राज्य में उद्यानिक फसलों के लिहाज से तीसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस होगा।
चतुर्थ कृषि रोडमैप में कई जिलों के कई फसलों पर फोकस किया गया है। इनमें से एक भागलपुर के जर्दालू आम को ऊपर रखा गया है। भागलपुर के जर्दालू आम से राज्य भर के किसानों और लोकार्पण समारोह में आए अतिथियों को अवगत कराने के दृष्टिकोण से ही तीन हजार पौधे भेंट किए गए थे। अब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की बात हुई तो यहां के कृषि अधिकारी उत्साहित हैं। शाहकुंड में जहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रस्तावित है वह जगह प्रखंड कार्यालय के पास है और 25 एकड़ में फैला है। यह उद्यान विभाग की जमीन है और यहां पहले नर्सरी संचालित किया जाता था। मुख्यालय से स्थानीय कृषि अधिकारियों को निर्देश मिला है कि वहां घेराबंदी का काम शुरू करा दें। बाकायदा दुर्गापूजा के बाद यह काम शुरू भी हो जाएगा। इसके बाद विभागीय मुख्यालय से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए नोटिफिकेशन किया जाएगा।
चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत शाहकुंड में जर्दालू के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रस्तावित है। हालांकि अभी पत्र नहीं आया है। दशहरा के बाद चिह्नित जगह की घेराबंदी करायी जाएगी।
-अभय मंडल, सहायक निदेशक उद्यान