भारत के जय शाह को मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अगले स्वतंत्र चेयरमैन के रूप में निर्विरोध चुना गया। वह दिसंबर 2024 में ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे।
जय शाह अक्टूबर 2019 से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मानद सचिव और जनवरी 2021 से एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन हैं। वह 1 दिसंबर, 2024 को आईसीसी के चेयरमैन का पद संभालेंगे। शाह अकेले उम्मीदवार थे, क्योंकि मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने तीसरा कार्यकाल नहीं लेने का फैसला किया।
चुनाव के बाद, शाह ने क्रिकेट के वैश्विक विस्तार और लोकप्रियता को बढ़ाने की अपनी मंशा जाहिर की, खासकर जब यह खेल 2028 में लॉस एंजिल्स ओलंपिक में शामिल होने जा रहा है। इसे जय शाह क्रिकेट के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर मानते हैं।
शाह ने एक बयान में कहा, “मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के चेयरपर्सन के रूप में नामित होने पर गर्व महसूस कर रहा हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं आईसीसी की टीम और हमारे सदस्य देशों के साथ मिलकर क्रिकेट को और अधिक वैश्विक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। हम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं जहां विभिन्न प्रारूपों का संतुलन बनाना, नई तकनीकों को अपनाना और हमारे प्रमुख इवेंट्स को नए वैश्विक बाजारों में ले जाना जरूरी है। हमारा लक्ष्य है कि क्रिकेट को पहले से ज्यादा समावेशी और लोकप्रिय बनाया जाए।”
अगले महीने 36 साल के होने जा रहे शाह ने कहा, “हम जहां महत्वपूर्ण सबक ले रहे हैं, वहीं हमें नई सोच और नवाचार को भी अपनाना होगा ताकि दुनिया भर में क्रिकेट के प्रति प्रेम को बढ़ाया जा सके। लॉस एंजिल्स 2028 में ओलंपिक में हमारे खेल के शामिल होने का मतलब क्रिकेट के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और मुझे विश्वास है कि यह खेल को अभूतपूर्व तरीकों से आगे बढ़ाएगा।”
शाह का चुनाव आईसीसी के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत है। आईसीसी खेल को बढ़ाने और इसे वैश्विक मंच पर विकसित करने की दिशा में काम करने की देख रही है। जय शाह आईसीसी में प्रमुख पद पर रहने वाले पांचवें भारतीय हैं।
इससे पहले एन. श्रीनिवासन (2014-15) और शशांक मनोहर (2016-2020) आईसीसी के चेयरमैन रह चुके हैं, जबकि जगमोहन डालमिया (1997-2000) और शरद पवार (2010-2012) आईसीसी के प्रेसिडेंट के रूप में कार्य कर चुके हैं।