जेडीयू ने बनायी नयी प्रदेश कमेटी, करीब दो सौ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया

Nitish Kumar on phone

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने शनिवार की सुबह अपनी प्रदेश कमेटी भंग करने का एलान किया था. इसके साथ ही नेताओं को झुनझुना थमाने के लिए बनायी गयी राजनैतिक सलाहकार समिति को भी भंग कर दिया गया था. कुछ घंटे बाद नयी प्रदेश कमेटी का एलान कर दिया गया. जेडीयू ने अपनी प्रदेश कमेटी से करीब डेढ़ सौ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

बता दें कि 23 मार्च 2023 को जेडीयू की प्रदेश कमेटी का गठन हुआ था. पार्टी ने 251 पदाधिकारियों वाली जंबोजेट प्रदेश कमेटी का एलान किया था, जिसमें 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114 नेताओं औऱ 11 प्रवक्ता बनाये गये थे. बाद में भी कुछ पदाधिकारियों और प्रवक्ताओं को जोड़ा गया. यानि कुल मिलाकर जेडीयू के करीब 260 प्रदेश पदाधिकारी थे. प्रदेश कमेटी का कार्यकाल अमूमन तीन साल का होता है. लेकिन 15 महीने में ही उस कमेटी को भंग कर दिया गया.

जेडीयू के नयी प्रदेश कमेटी

जेडीयू ने शनिवार को नयी प्रदेश कमेटी का एलान किया. पुरानी कमेटी में से ज्यादातर नेताओं की छंटनी हो गयी है. पार्टी की नयी प्रदेश कमेटी में 10 उपाध्यक्ष, 49 प्रदेश महासचिव, 46 प्रदेश सचिव, 9 प्रवक्ता और एक कोषाध्यक्ष बनाये गये हैं. पार्टी ने 260 पदाधिकारियों वाली पुरानी सूची में से  करीब 75 नेताओं को ही नयी कमेटी में जगह दी है. करीब दो सौ प्रदेश पदाधिकारियों की छुट्टी कर दी गयी है.

इन नेताओं को बाहर निकाला गया

जेडीयू की पुरानी प्रदेश कमेटी में पूर्व मंत्री रंजू गीता, लक्ष्मेश्वर राय, जय कुमार सिंह, खुर्शीद उर्फ फिरोज आलम, वीरेंद्र प्रसाद सिंह, श्याम बिहारी प्रसाद, पूर्व विधायक अशोक कुमार, मुजाहिद आलम, लखन ठाकुर समेत 20 नेताओं को उपाध्यक्ष का पद मिला था. इन तमाम नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है.

प्रदेश उपाध्यक्षों की नयी सूची में एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, अजीत चौधरी, पूर्व सांसद महाबली सिंह, पूर्व एमएलसी हारूण रशीद, एमएलसी संजय सिंह, प्रमिला कुमार प्रजापति, अमर कुमार अग्रवाल, वैद्यनाथ सिंह विकल और कलाधर मंडल का नाम शामिल है.
जेडीयू की पुरानी सूची में शामिल 105 महासचिवों में से भी ज्यादातर की छुट्टी कर दी गयी है. अब सिर्फ 49 महासचिव बनाये गये हैं. पूर्व विधायक मंजीत सिंह जैसे कई नेताओं को महासचिव पद से हटा दिया गया है. वहीं, राजद छोड़कर जेडीयू में आये पूर्व विधायक रणधीर सिंह को महासचिव बनाया गया है. वे बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र हैं. लोकसभा चुनाव में राजद से टिकट नहीं मिलने के बाद जेडीयू में शामिल हुए थे.