लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासी हलचल मची हुई है. बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है. एक तरफ जहां बीते दिन BJP के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा था कि उनका नाम तो लालू यादव ने बदला है. ललन सिंह का नाम तो पहले खुद राजीव रंजन सिंह था. जिसको लेकर अब JDU ने भी जवाब दिया है. JDU ने कहा कि सबसे बड़ा फर्जी नेता तो सम्राट चौधरी खुद हैं. जिनके ना जाने कितने नाम हैं।
JDU MLC नीरज कुमार ने सम्राट चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि ये तो सबसे बड़े फर्जी धारी नेता हैं. इन्होनें तो अपना चार चार नाम रख लिया है. सम्राट चौधरी, सम्राट चौधरी मौर्य, राकेश कुमार और न जाने कैसे कैसे नाम उन्होंने रख लिए है. वहीं, ये भी कहा कि उन्होंने तो अपने उम्र में भी फर्जी वारा किया है . पता नहीं इतना फर्जी पन कैसे कर लेते हैं. शायद इसी वजह से केंद्र की सरकार ने इन्हें Z श्रेणी की सुरक्षा दी है ताकि इन पर नजर बनाए रखें।
वहीं, लोक सभा के विशेषाधिकार समिति के द्वारा बिहार के DGP आर एस भट्टी ज़िलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और ASP काम्या मिश्रा को दिल्ली तलब किया है. उसको लेकर उन्होंने साफ कहा कि ये लोग ज़रूर जाएंगे सरकार अपना पक्ष रखेगी. विशेषाधिकार समिति का हम सम्मान करते हैं, लेकिन BJP ने झूठ बोलकर राज्य सरकार को फंसाया है. उनके कार्यकर्ता की मौत लाठीचार्ज से नहीं हुई थी बल्कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी।