बिहार के बालू माफियाओं पर नकेल कसने पर लगी ईडी ने दो बालू माफियाओं की संपत्ति जब्त कर ली. ईडी ने मंगलवार को बताया कि जेडीयू के विधान पार्षद राधाचरण साह उर्फ राधाचरण सेठ के साथ साथ बालू माफिया जगनाराय़ण सिंह और उसके बेटे की संपत्ति जब्त की गयी है. राधाचरण सेठ ब्रॉडसन कंपनी के जरिये बालू का कारोबार कर रहे थे तो जगनारायण सिंह का परिवार आदित्य मल्टीकॉम नाम की कंपनी के जरिये.
राधाचरण ने पहुंचाया 161 करोड़ का नुकसान
ईडी ने आज बताया कि जेडीयू के एमएलसी राधाचरण सेठ की दो संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है. ईडी के मुताबिक बिहार के बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की भूमिका बिहार पुलिस ने ही तैयार की थी. बिहार पुलिस ने ब्रॉडसन कंपनी समेत दूसरों के खिलाफ बालू के अवैध कारोबार की कुल 19 एफआईआर दर्ज की थी. इस कंपनी ने अवैध बालू खनन के साथ साथ राज्य सरकार को टैक्स दिये बैगर बडे पैमाने पर बालू बेचा. इससे सरकार को 161 करोड़ रूपये से ज्यादा का नुकसान हुआ.
सिंडिकेट चला रहे थे राधाचरण सेठ
ईडी ने बताया है कि उसकी प्रारंभिक जांच में ही पता चला कि बालू के अवैध खनन से लेकर बिक्री तक का काम एक सिंडिकेट चला रहा था. राधाचरण सेठ उसी सिंडिकेट के हिस्सा थे. राधाचरण सेठ ने ब्रॉडसन कंपनी के जरिये बड़े पैमाने पर आर्थिक अपराध किया. राधाचरण सेठ ने अपने बेटे कन्हैया प्रसाद के जरिये इस अवैध कारोबार को अंजाम दिया. इसके लिए हवाला नेटवर्क का भी सहारा लिया गया.
मनाली में रिसोर्ट, गाजियाबाद में स्कूल
ईडी ने कहा है कि राधाचरण सेठ ने हिमाचल प्रदेश के मनाली में एक रिसोर्ट को खरीद कर उसे विकसित किया. इसके लिए एक कंपनी का सहारा लिया गया, जिसमें राधाचरण सेठ के बेटे कन्हैया प्रसाद का हिस्सा था. वहीं, राधाचरण सेठ ने अपने परिवार के एक ट्रस्ट के जरिये उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक स्कूल का निर्माण कराया. आर्थिक अपराध को अंजाम देने के लिए राधाचरण सेठ ने अपने पारिवारिक ट्रस्ट औऱ कंपनी का सहारा लिया.
ईडी के मुताबिक राधाचरण सेठ के मनाली के रिसोर्ट और गाजियाबाद के स्कूल को जब्त कर लिया गया है. इन दोनों संपत्ति की कीमत लगभग 26 करोड़ 19 लाख रूपये है.
बता दें कि पिछले साल जून महीने में राधाचरण सेठ और ब्रॉडसन कंपनी से संबंधित लोगों के ठिकाने पर ईडी ने रेड किया था. ईडी के मुताबिक बालू सिंडिकेट में शामिल लोगों के ठिकानों पर रेड के दौरान 1 करोड़ 49 लाख रूपये की जब्ती हुई थी. इसके बाद राधाचरण सेठ, उनके बेटे कन्हैया प्रसाद, ब्रॉडसन कंपनी के डायरेक्टर मिथिलेश कुमार सिंह, बबन सिंह, सुरेंद्र कुमार जिंदल को गिरफ्तार कर ला गया था. ये सभी अभी जेल में है.
आरा स्टेशन पर जलेबी छानते थे राधाचरण सेठ
बता दें कि जेडीयू के एमएलसी राधाचरण साह पहले आरा स्टेशन के पास एक दुकान में जलेबी छानते थे. लेकिन बालू के अवैध कारोबार ने उन्हें अकूत संपत्ति का मालिक बना दिया. पहले वे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते थे. बाद में पाला बदल कर नीतीश के साथ चले आये. पिछले दफे वे जेडीयू के टिकट पर एमएलसी चुने गये थे.