जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को भाजपा नेताओं को जमकर लताड़ा. उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी को उनके बयानों पर घेरा. सुशील मोदी ने कथित दावा किया था कि ललन सिंह को जदयू के अध्यक्ष पद से हटाया जाएगा. इसी सवाल को सुनते ही ललन सिंह ने कहा कि शयद यह सब सुशील मोदी ही जान रहे होंगे. नीतीश कुमार की बात सुशील कुमार मोदी जान रहे हैं तो शायद उनसे बात हुई होगी. वहीं इंडिया गठबंधन में गतिरोध की खबरों पर ललन सिंह ने कहा कि जो भी कुछ कह रहे हैं वह ज्योतिष नहीं है इंडिया गठबंधन में सब ऑल इज वेल है. ललन सिंह ने दावा किया कि 3 सप्ताह में सभी सीटों का बंटवारा हो जाएगा.
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जेडीयू में टूट वाला बयान दिया था. ललन सिंह ने कहा कि गिरिराज सिंह ऐसी बातें टीआरपी के लिए करते हैं. गिरिराज सिंह टीआरपी पर चलते हैं, इसलिए उन्हें कुछ बोलना है इसलिए बोलते रहते हैं. ललन सिंह ने गिरिराज के हालिया हलाल और झटका मांस खाने के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि गिरिराज तो खुद ढाई किलो मटन खाते हैं.
इंडिया की दिल्ली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम को प्रस्तावित हुए जाने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि शायद आपको बताया गया होगा. उन्होंने उन बातों से इनकार किया कि ममता बनर्जी ने ऐसा कोई प्रस्ताव दिया था. वहीं भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी का मनोबल हाई है इसलिए लोकतंत्र का धजिया उड़ा रहे हैं. संसद में विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि दो लोग जो संसद में घुसे वह आखिर कैसे घुसे? इसका गृह मंत्री अमित शाह जवाब दें. लेकिन गृह मंत्री अमित शाह को लोकसभा में आकर बयान देने में शर्मिंदगी लग रही है.
उन्होंने कहा कि विपक्ष जब मांग कर रहा तो डेढ़ सौ सांसदों को निलंबित किया गया. भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर होते हुए ललन ने कहा कि लोकतंत्र की उनकी यही परिभाषा है. इसलिए विपक्ष और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर जवाब देने के बदले सांसदों को निलंबित कर रहे हैं.