JDU का कांग्रेस को सीधा संदेश: बिहार में ज्यादा सीटों पर लड़ने का ख्वाब देखना छोड़ दे, जीत तो सिर्फ नीतीश कुमार ही दिला सकते हैं
बिहार में I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा है. अब जेडीयू ने एक बार फिर राजद औऱ कांग्रेस समेत गठबंधन की दूसरी पार्टियों को चेतावनी दी है. जेडीयू ने कहा है-लोकसभा चुनाव में जीत तो सिर्फ नीतीश कुमार ही दिला सकते हैं, इस बात को मत भूलिये. जनता दल यूनाइटेड ने खास तौर पर कांग्रेस को कहा है-बिहार में ज्यादा सीटों पर लड़ने का ख्वाब देखना छोड़ दे।
फिर बोले अशोक चौधरी
नीतीश के खास माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी ने आज फिर I.N.D.I.A गठबंधन की दूसरी पार्टियों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि जेडीयू कम से कम 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में भी जेडीयू ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ कर 16 पर जीत हासिल की थी. इसलिए इस बार भी हमें 17 सीट चाहिये. जब सीटों पर तालमेल के लिए राजद के साथ बैठेंगे तो अपनी बात बता देंगे।
अशोक चौधरी ने कहा कि महागठबंधन में शामिल छोटी पार्टियां बढ़ चढ़ कर दावे कर रही है. कांग्रेस को 11 सीट चाहिये. माले को 5 सीट चाहिये. सीपीआई औऱ सीपीएम ने 3-3 सीटों पर दावेदारी कर दी है. इन्हीं सीटों को जोड़ दें ये संख्या 22 हो जाती है. यानि बाकी बचे 18 सीटों पर जेडीयू औऱ राजद चुनाव लड़ेगी. ऐसा नहीं हो सकता।
कांग्रेस को त्याग करना होगा
अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार में बीजेपी को हराने की ताकत नीतीश कुमार में है. ये साबित हो चुका है कि नीतीश कुमार जिसके साथ भी चुनाव लड़े, वो चुनाव जीता. 2015 में नीतीश कुमार राजद के साथ थे तो महागठबंधन जीत गया था. 2019 और 2020 में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे तो एनडीए की जीत हो गयी थी. अब 2024 में नीतीश जी I.N.D.I.A गठबंधन के साथ रहेंगे तो उसकी ही जीत होगी औऱ भाजपा हारेगी।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ऐसे में कांग्रेस को त्याग करना चाहिये. अगर भाजपा हारती है फायदा कांग्रेस को होगा. कांग्रेस ही पूरे देश में भाजपा से लड़ रही है. भाजपा की हार का सबसे ज्यादा फायदा उसे ही होना है. इस स्थिति में कांग्रेस को त्याग करना होगा. उसे बिहार में ज्यादा सीटों पर लड़ने की दावेदारी छोड़नी होगी।
जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी नहीं
अशोक चौधरी से जब ये सवाल पूछा गया कि जेडीयू बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी है तो उन्होंने कहा कि ऐसा सोचने वाले भूल कर रहे हैं. जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी नहीं है. 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदेश प्रभारी ने साजिश की थी. उन्होंने जान बूझ कर जेडीयू की सीटों पर वोट काटने वाले को खड़ा कराया था. अगर ये साजिश नहीं होती तो एनडीए 210 सीटें जीतता. इसलिए कोई ये समझने की भूल नहीं करे कि जेडीयू बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी है. बल्कि नीतीश कुमार बिहार में किसी के लिए भी जीत की गारंटी हैं।
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