राज्य में सियासी हलचल के बीच सभी पार्टियां अपने अपने स्तर से तैयारी कर रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा से लेकर कांग्रेस, राजद में बैठकों का दौर चल रहा है. वहीं झारखंड में अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत करने में जुटा जनता दल यूनाइटेड भी झारखंड के सियासी हालातों पर नजर बना कर रखा है. आगामी 6 जनवरी को झारखंड जेडीयू भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक करने जा रहा है।
झारखंड जदयू के प्रभारी सह बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी 5 जनवरी को रांची पहुंच रहे हैं, जहां वह कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक करेंगे. उनके साथ सह प्रभारी व विधायक मनोज यादव भी रांची पहुंचेंगे. 6 जनवरी को झारखंड जदयू ने कार्यकर्ता मंथन का भी आयोजन किया है. जिसमें राज्य भर के कार्यकर्ता और सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
वहीं आगामी 21 जनवरी को झारखंड के रामगढ़ में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी आगमन होना है. उसको लेकर भी कार्यकर्ताओं को अहम दिशा निर्देश दिए जाएंगे. गौरतलब है कि जिस तरह से वर्तमान में झारखंड की राजनीतिक हालात बने हुए हैं, वैसे में राजनीतिक विशेषज्ञों के द्वारा कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां यह नजर बना कर रखी हुई है कि यदि किसी भी तरह की स्थिति बदलती है तो क्या बेहतर कदम उठाए जा सकते हैं।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद खीरू महतो की तरफ से भी कार्यकर्ताओं को लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. सिर्फ राजधानी रांची ही नहीं बल्कि विभिन्न जिलों में भी कार्यकर्ताओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है. जिस तरह से पिछले तीन दिनों से झारखंड में सियासी हलचल दिख रही है, वैसे में झारखंड जदयू के प्रदेश प्रभारी सह बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का रांची आगमन कई राजनीतिक सवाल खड़े करता है, लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि झारखंड जेडीयू राजनीतिक हालात पर क्या ठोस कदम उठाता है।