जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बृहस्पतिवार को संसद में प्रधानमंत्री जी ने अपने दो घंटे के लंबे-चौड़े भाषण के दौरान महंगाई एवं बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्याओं के समाधान सम्बंधित विषयों पर दो शब्द कहना भी मुनासिब नहीं समझा। प्रधानमंत्री ने संसद का बहुमूल्य समय सिर्फ़ विपक्ष को नीचा दिखाने और झूठ बोलने में ही जाया कर दिया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी को देश और मणिपुर की जनता की तनिक भी चिंता नहीं है। उन्हें सिर्फ विपक्षी एकता और अपनी सत्ता की चिंता सता रही है, इसलिए उनका पूरा भाषण विपक्षी एकजुटता के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा। यह बेहद विचित्र स्थिति है कि नौ वर्षों तक देश की सत्ता में रहने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भी अपनी हर नाकामियों का ठीकरा विपक्ष के माथे पर ही फोड़ते नजर आते हैं। अपनी जवाबदेही से भागना उनकी फितरत बन चुकी है।
कुशवाहा ने पूछा कि प्रधानमंत्री जी ने एक बार भी इस बात का जिक्र नहीं किया कि देश के युवाओं को बेरोजगारी से निजात कब मिलेगी ? विदेशों से काला धन वापस कब आएगा? देश की सार्वजनिक एवं सरकारी संस्थाएं को निजी हाथों में क्यों बेचा जा रहा है? आम आदमी को राहत देने हेतु महंगाई को नियंत्रित कब किया जाएगा?
किसानो की आय दुगनी कब होगी? देश के गरीबों को पक्का मकान कब मिलेगा? प्रधानमंत्री जी कल संसद में जनहित से जुड़े जरूरी मुद्दों को छोड़कर सिर्फ इधर-उधर की बात कर रहे थे। जनता के मुद्दों की अनदेखी प्रधानमंत्री जी को 2024 में भारी पड़ने वाला है। जनता इनके अनदेखी का ब्याज समेत हिसाब करेगी।