उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक छात्र ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में कम नंबर आने से सुसाइड कर लिया. उसका शव पंखे के फंदे से लटका मिला. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है.
शाहपुर थानाक्षेत्र के अशोक नगर मुहल्ला निवासी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव बैंक में इंश्योरेंस का काम करते हैं. उनका 19 वर्षीय बेटा ओजस्वी गोरखनाथ क्षेत्र के एक स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद प्राइवेट फॉर्म भरकर इंटर की पढ़ाई करने के साथ ही जेईई की तैयारी भी कर रहा था. कल सीबीएसई का रिजल्ट आया तो उसमें उसका नंबर कम आया. हालांकि एक पखवाड़े पहले आए जेईई के रिजल्ट में वह पास हो गया था. उसको दिल्ली में कॉलेज भी मिल गया था. वहां जाने के लिए पिता ने टिकट भी करवा दिया था.
CBSE एग्जाम में कम नंबर आया
घरवालों के मुताबिक, ओजस्वी को दो दिन बाद उसे दिल्ली में जाकर एडमिशन लेना था, लेकिन इसी बीच सीबीएसई इंटर का परिणाम आ गया. उसमें कम नंबर देखकर वह उसे बहुत दुख हुआ. कल शाम को वह कमरा बंद कर सोने चला गया. माता-पिता ने उसे खाने के लिए बुलाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला. उन लोगों ने काफी देर तक आवाज लगाई और मिन्नत करते रहे लेकिन उसने फाटक नहीं खोला और बोला कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है. मैं खाऊंगा नहीं, लेकिन अपनी परेशानी किसी को नहीं बताई.
रात के समय जब सारे लोग सो रहे थे तो सुसाइड नोट लिखा और फंदे से लटक गया. सुसाइड नोट में उसने लिखा कि काफी मेहनत किया. पढ़ाई में कोई कमी नहीं छोड़ी, उसके बाद भी मेरा बहुत ही कम नंबर आया जबकि जेईई की परीक्षा को मैंने क्लियर कर लिया. सीबीएसई की परीक्षा में कम नंबर क्यों आया. मैं कैसे लोगों को बताऊंगा कि मेरा इंटर में कितना नंबर आया है. मेरी बाहर काफी बेइज्जती होगी. ऐसे में मेरा जीना बेकार है. मैं प्राउड फील नहीं कर पा रहा हूं. मैं अब इस दुनिया से जा रहा हूं. मम्मी पापा मुझे माफ कर दीजिएगा. मेरी जाने से आप लोगों को दुख होगा. ओजस्वी अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था. बड़ी बेटी प्रज्ञा चेन्नई से एमसीए की पढ़ाई कर रही है.
फंदे से लटका मिला शव
छात्र सुबह नहीं जगा तो मां ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई आवाज नहीं आई. खिड़की से झांक कर देखा तो बेटा फंदे से लटका हुआ था. किसी तरह घरवालों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.