मथुरा। यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल प्लाजा पर सोमवार रात मांट टोल पुलिस और आबकारी टीम ने चेकिंग में कार से तलाशी के दौरान करीब 10 करोड़ रुपये के सोने के जेवर बरामद किये हैं। आरोप है कि टैक्स चोरी कर करीब साढ़े 12 किलो सोने के आभूषण बिहार ले जाये जारहे थे। जीएसटी टीम जांच कर रही है।
सोमवार रात यमुना एक्सप्रेस वे प्रभारी निरीक्षक मांट राजीत वर्मा के नेतृत्व में मांट टोल प्लाजा पर टोल चौकी प्रभारी भुवनेश कुमार दीक्षित और आबकारी निरीक्षक टीम के साथ दीवाली को लेकर एक्सप्रेस वे पर अवैध रूप से शराब आदि की तस्करी करने वालों की चेकिंग में जुटे थे। तभी नोएडा से आ रही कार को रुकने का इशारा किया। कार सवारों ने भागने का प्रयास किया लेकिन नाकेबंदी होने के चलते उन्हें कार रोकनी पड़ी और वे कार से उतरने लगे। पुलिस ने शक के आधार पर चालक समेत दो को पकड़ कर कार की तलाशी ली।
12 किलो था आभूषण
गाड़ी से मिले आभूषणों की तोल कराई गयी तो उसमें 12 किलो 387 ग्राम आभूषण सोने के मिले। गाड़ी सवार विवेक गुप्ता निवासी 26 उपाध्याय ब्लाक, सकरपुर दिल्ली और रमेश निवासी चौक बाजार, सीवान, बिहार सोने के जेवरों के कोई कागजात नहीं दिखा पाए।
16 प्लास्टिक के डिब्बों में पैक थे आभूषण
टीम ने सोने के आभूषण को 16 प्लास्टिक के डिब्बों में पैक करके रखवाया है। इनका डिब्बों के साथ वजन 12 किलो 300 ग्राम है। इनकी कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। टीम ने मंगलवार को जब्त किए गए आभूषण को ट्रेजरी में जमा करा दिया।
सहायक आयुक्त ने बताया कि पूछताछ में कार चालक विवेक गुप्ता ने बताया, वह सराफा कारोबारी हैं। वह सोने को देवरिया लेकर जा रहे थे। पकड़े गए सोने में कुछ उनका और कुछ देवरिया के कारोबारियों का है। जीएसटी टीम ने कोषागार में आभूषण जमा करा दिए हैं। जबकि कार पुलिस ने थाने पर खड़ी कर ली। यदि दस्तावेज नहीं दे पाएंगे तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।
कार चालक मथुरा के एक कारोबारी का भतीजा
सोने के आभूषण लेकर देवरिया जा रहे सराफा कारोबारी कार चालक विवेक गुप्ता को मथुरा का एक कारोबारी अपना भतीजा बता रहा था। हालांकि कुछ देर बाद वह कारोबारी वहां से गायब हो गया। कारोबारी ने ये भी बताया कि उनके भाई देवरिया और दिल्ली में हैं, जो सराफा का कार्य करते हैं। पकड़े गए सोने में कुछ उनका भी है। दस्तावेज से संबंधित वह भी टीम को कुछ नहीं दे सके।
पकड़े गए सोने के आभूषण को 16 डिब्बों में पैक करके सील बंद किया है। डिब्बों सहित वजन 12 किलो 300 ग्राम है। इसे कोषागार में जमा करा दिया है। कारोबारियों द्वारा दस्तावेज नहीं प्रस्तुत करने पर जुर्माना लगाया जाएगा। –करतार सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर, मोबाइल जीएसटी यूनिट थर्ड