झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होंगे। वोटों की गिनती इस महीने के अंत में 23 नवंबर को होगी। पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर (बुधवार) को होना है, जिसमें 15 जिलों की 43 सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा और इस दिन 38 सीटों के लिए वोटिंग होगी। इस बार पहले चरण के चुनाव के लिए कुल 682 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला 23 नवंबर को हो जाएगा।
कितने उम्मीदवार दागदार, किसके पास कितनी संपत्ति
विधानसभा चुनाव के पहले फेज के लिए कुल 682 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. जिनमें से 235 (34%) उम्मीदवार करोड़पति हैं। इन 682 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.16 करोड़ रुपये है।
कांग्रेस के 17 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 14.77 करोड़ रुपये है, जो इसे सबसे अमीर पार्टी बनाती है।
राजद के 5 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 8.82 करोड़ रुपये है।
भाजपा के 36 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.53 करोड़ रुपये के साथ तीसरे स्थान पर है।
झामुमो के 23 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.04 करोड़ रुपये है।
जदयू के 2 उम्मीदवारों की 3.46 करोड़ रुपये, बसपा के 29 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.50 करोड़ रुपये है।
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में कुल 682 में से 174 (26%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, इनमें से 127 (19%) उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भाजपा के 36 में से 20 (56%) उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
कांग्रेस के 17 में से 11 (65%) उम्मीदवारों ने आपराधिक मामलों की जानकारी दी है।
इस सूची में झामुमो के 23 में से 11 (48%), बसपा के 29 में से 8 (28%), राजद के 5 में से 3 (60%), जदयू के दोनों उम्मीदवारों ने अपने आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
गंभीर आपराधिक मामलों में भाजपा के 15 (42%), कांग्रेस के 8 (47%), झामुमो के 7 (30%), बसपा के 6 (21%), राजद के 3 (60%) और जदयू के दोनों उम्मीदवार गंभीर मामलों में शामिल हैं।
सबसे अमीर प्रत्याशी
पहले चरण के सबसे अमीर प्रत्याशी सिंहभूम जिले की पोटका (एसटी) सीट से निर्दलीय कंदोमणि भूमिज हैं। दूसरे नंबर पर पलामू के डाल्टनगंज से कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा नंद त्रिपाठी हैं, रांची सीट से निर्दलीय उतरे आयुष रंजन तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं।
कौन उम्मीदवार कितना पढ़ा लिखा
रिपोर्ट के अनुसार, 308 (45%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 348 (51%) उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है। 6 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं। इसके अलावा, 18 उम्मीदवारों ने खुद को केवल साक्षर घोषित किया है और 2 उम्मीदवार निरक्षर हैं।