बिहार में BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मुखर हो गये हैं। वे इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेर रहे हैं। अब से थोड़ी देर पहले जीतन राम मांझी ने बड़ा ऐलान किया है और शिक्षक अभ्यर्थियों की अदालत लगाने की घोषणा कर दी है।
जीतन राम मांझी ने शिक्षक अभ्यर्थियों की अदालत को लेकर तारीख़ भी तय कर दी है। जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा किया है और लिखा है कि “BPSC शिक्षक नियुक्ति-पत्र वितरण कार्यक्रम”के विरोध में 2 नवम्बर 2023 को सुबह 11.30 बजे मेरे आवास 12M स्टैंड रोड, पटना में “बिहारी शिक्षक अभ्यर्थी अदालत” का आयोजन किया जा रहा है, जहां हम सब मिलकर शिक्षक नियुक्ति घोटाले पर सुनवाई करेंगे। जय बिहार, जय -जय बिहार।
इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक और पोस्ट साझा किया है और लिखा है कि दुनिया को ज्ञान का प्रकाश देने वाले “गया” जिले के फतेहपुर में सरकार को बिहारी अभ्यर्थी ही नहीं मिले इसलिए यहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक”इम्पोर्ट”करके लाए गये हैं। इसके साथ ही जीतन राम मांझी ने तंज कसते हुए कहा है कि आपसे तो अच्छे बड़े भाई थे, जिन्होंने जमीन लेकर ही सही पर नौकरी तो बिहारियों को दी, आप भी नौकरी यहीं के लोगों को “बेच” देते।