हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी सोमवार की शाम राजभवन पहुंचे. जहां उन्होंने गवर्नर को महागठबंधन सरकार से समर्थन वापसी का पत्र सौंप दिया है. इस दौरान उनके साथ उनकी पार्टी के सभी विधायक भी मौजूद रहे. यानी कि अब पूरी तरह से मांझी की पार्टी महागठबंधन से बाहर हो गई है. अब जीतन राम मांझी और उनके बेटे संतोष सुमन आज ही दिल्ली जाएंगे. वहां पर पार्टी के लिए संभावनाएं तलाशेंगे।
इससे पहले आज बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम संरक्षक जीतन राम मांझी की पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें तय हुआ कि जीतन राम मांझी और उनके बेटे संतोष सुमन आज ही दिल्ली जाएंगे. वहां पर पार्टी के लिए संभावनाएं तलाशेंगे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने थर्ड फ्रंट में जाने की संभावना भी जताई है. उनका कहना है कि 3-4 दिनों में बड़ा फैसला हो सकता है।
दरअसल शाम को राज्यपाल से संतोष सुमन और जीतन राम मांझी ने मुलाकात की. नीतीश सरकार से समर्थन वापस का ज्ञापन सौंपा और राजभवन से बाहर निकल गए. इसके बाद दोनों दिल्ली के लिए रवाना होंगे. बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि मीटिंग में इस बात की चर्चा होगी कि चुनाव अकेले लड़ना है या गठबंधन में, सीटों पर भी बात होगी. इसके साथ ही अन्य मुद्दों पर पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की जाएगी।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व में सोमवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. यह बैठक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के केंद्रीय कार्यालय और जीतन राम मांझी के आवास पर हुई. इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन समेत पार्टी के सभी पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक के बाद संतोष कुमार सुमन ने कहा कि फिलहाल अबतक उनके पास एनडीए की तरफ से ऑफर नहीं आया है. ऑफर आने के बाद वे फैसला लेंगे. हालांकि उन्होंने थर्ड फ्रंट को लेकर भी बड़ी बातें कही हैं।