नीतीश सरकार से अलग हो चुके जीतनराम मांझी आज आधिकारिक रूप से महागठबंधन से अलग होने का ऐलान करेंगे. इसको लेकर पार्टी के तमाम बड़े नेता शाम में राजभवन जाकर राजपाल से मुलाकात करेंगे और महागठबंधन से अलग होने की चिट्ठी सौंपेंगे. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन से अलग होने के बाद क्या जीतनराम मांझी एनडीए के साथ जाएंगे? आज इस सवाल का जवाब मिल सकता है, क्योंकि आज हम पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. जहां आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर संभावित गठबंधन पर फैसला होगा।
पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के आवास पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो गई है जिसमें पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन, पार्टी के सभी चारों विधायक एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य शामिल हो रहें हैं. ऐसी संभावना है कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन में शामिल होने के लेकर फैसला लिया जा सकता है और महागठबंधन से औपचारिक रूप से बाहर निकलने की घोषणा की जा सकती है।
बताया जा रहा है कि हम पार्टी के नेता अपने फैसले से राज्यपाल को भी अगगत करायेंगे जिसमें महागठबंधन को दिए जा रहे समर्थन को वापस लिया जा सकता है. हालांकि हम पार्टी के समर्थन वापसी से बिहार की नीतीश सरकार पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा पर औपचारिक रूप से हम पार्टी महागठबंधन से अलग हो जाएगी और उसके बाद एनडीए में शामिल होने का रास्ता खुल जाएगा।
वहीं माना जा रहा है कि जीतनराम मांझी सोमवार की शाम दिल्ली निकल जाएंगे. जहां उनकी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात होगी. माना जा रहा है कि इस दौरान लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत होगी और सीट शेयरिंग पर चर्चा होगी. इसके साथ मांझी नई दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिल सकते हैं. बीजेपी के साथ मांझी की डील को लेकर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि दो लोकसभा सीट और एक विधान परिषद की सीट पर दोनों के बीच बात बन सकती है. वहीं एक चर्चा यह भी है कि एक लोकसभा सीट और मांझी को राज्यपाल बनाया जा सकता है. हालांकि अभी तक कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा गया है लेकिन मांझी ने महागठबंधन में रहते हुए 5 सीटों पर दावा ठोका था।