22 जनवरी यानी सोमवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या मेंराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठाकार्यक्रम होना है. इसके लिए भव्य तैयारियां की गई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम क्षेत्रों के बड़े-बड़े दिग्गज शामिल होंगे. एनडीए के सभी सहयोगी दलों के बड़े नेता भी वहां मौजूद रहेंगे. हालांकि समारोह के एक दिन पहले हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वह अयोध्या नहीं जाएंगे।
हम संरक्षक जीतनराम मांझी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठान में शामिल होने के लिए चंपत राय जी का पत्र एवं निमंत्रण मिला है. स्वास्थ्य कारणों की वजह से मैं उसमें शामिल नहीं हो पा रहा हूं. वैसे पूरे विश्व के लोग जब अयोध्या दर्शन को आएंगे तो भारत भ्रमण भी करेंगें, जिससे दुनिया हमारे देश की सभ्यता संस्कृति को समझेगी।
कांग्रेस-आरजेडी, एनसीपी, टीएमसी और कई विपक्षी दलों के नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बनाई है. आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह अयोध्या नहीं जाएंगे. सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन और स्टालिन भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अयोध्या नहीं जाएंगे।