बिहार में 40 मे से 20 सीट भी जीतनराम मांझी के गठबंधन को आ जाये,तो वे राज्य की वर्तमान शराबबंदी कानून को खत्म करे देंगे..ये दावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में किया है.राजधानी पटना के बापू सभागार में आयोजित किया गया है.इसमें पूर्व सीएम जीतनराम मांझी एवं नीतीश सरकार में मंत्री सह हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमिन समेत हजारों नेता और कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं।
इस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जीतनराम मांझी ने एक तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तारीफ भी की और शराबबंदी कानून को लेकर उन पर निशाना भी साधा.जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार आप शराबबंदी कानून पर जिद्दी मत होइए.गुजरात में परमिट के आधार पर जिस तरह से शराब बिकता है.उसी तरह बिहार में भी कीजिए. मैने आज तक शराब नहीं पिया हूं. कानून से मैं पहले भी नहीं बांधा हुआ था,आज भी मुझे जरूरत नहीं है.अगर मेरी पार्टी को 40 क्या अगर 20 सीट भी मिल गयी तो बिहार से शराबबंदी कानून खत्म कर देंगे।
इसे साथ ही जीतनराम मांझी ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल को याद करते हुए अपने 34 अधूरे एजेंडों की चर्चा की.जीतनराम मांझी ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन मे हम पार्टी गरीबों की पार्टी है. 9 महीने मुख्यमंत्री के रूप में मैने सैकड़ो काम किया. मुख्यमंत्री कार्यकाल मैंने 34 ऐसे काम किया जो बिहार के गरीबों को बहुत ही फायदा पहुंचाया वही 34 कार्य अगर होते रहेंगे तो गरीबों के लिए काफी बेहतर होगा. आज के समय में पार्टी बिना पैसे के नहीं चलती है।
मगर हम पार्टी लोगों के विश्वास पर खड़ी है इसलिए आज भी चल रही है. मुख्यमंत्री रहते हुए मैं कुछ काम करना चाहता था जो नहीं हुआ . नीतीश कुमार ने बहुत बड़ा फैसला लिया है. नीतीश कुमार को मैंने राजद अलग होने की बात कही थी. नीतीश कुमार ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री का भार देने की बात कही थी और मैं उनको मना करता था. नीतीश कुमार ने बात नहीं मानी और मुझे बाहर जाने का रास्ता दिखा दिया. नीतीश कुमार को आज समझ में आया जीतन राम मांझी जो पहले कहते थे गलत संगत में नीतीश कुमार पड़ गए हैं. दिन भर घर से भुला हुआ आदमी शाम को वापस आ जाए तो उसे भूला नहीं कहा जाता नीतीश कुमार को मैं दिल से स्वागत किया महागठबंधन से बाहर आने का।
मांझी ने कहा कि राजद ने मुझे सरकार बनने पर मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था पर मैंने तेजस्वी का साथ नहीं दिया. नीतीश कुमार ने दूसरे के चक्कर में पड़कर मुझे अपने गठबंधन से बाहर कर दिया था. बिहार में बहुमत के साथ 125 सीट पर था. चार हमारे विधायक अगर हट जाते तो सरकार गिर जाती, मगर हम नहीं हटे और जो इनके 10 विधायक भागने वाले थे वह भी नहीं भागे हमारे कारण नीतीश कुमार बार-बार कहते हैं हमें मुख्यमंत्री उन्होंने बनाया है अब हम भी दावे के साथ कह सकते हैं नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री हमने बनाया है अपने विधायकों को बहुमत साबित करने में साथ दिला कर।