नौकरी के बदले जमीन घोटाले में आज प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूर्व डिप्टी सीएम और राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव से ईडी की पूछताछ शुरू हो गई है। तेजस्वी यादव जब ईडी दफ्तर पहुंचे तो वहां राजद समर्थकों ने उन्हें घेर लिया। करीब 10-15 मिनट बाद तेजस्वी ईडी के ऑफिस में दाखिल हो सके। वहीं, पूछताछ को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने जोरदार हमला बोला है।
मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए लालू परिवार, कांग्रेस और हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए कहा है कि- का जी का चाहतें हैं आप? नौकरी देकर जमीन लिखवा लिजिए कुछ ना हो? सेना की जमीन बेच दिजिए कुछ ना हो? सैकड़ो करोड़ रूपया घर में रखिए कुछ ना हो? भाई ऐसा है ई “मोदी राज” है,जनता का पैसा खाईएगा तो हवालात का हवा भी खाना पड़ेगा। “जस करनी तस भोग। ”
इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि- 1997 में किसकी सरकार थी। लालू प्रसाद यादव जब मुख्यमंत्री रहे तो चारा खा गए। जब रेल मंत्री हुए तो बच्चों की नौकरी खा गए। तो जाहिर सी बात है इसकी जांच तो होगी ही ना। सम्राट चौधरी ने कहा कि आप पटना का महुआबाग चल जाइए तो आपको मालूम चल जाएगा की जमीन कहां लिखवाई। पटना के लाखों बच्चे हैं जिसका जमीन लालू प्रसाद यादव ने लिखवाया है। इसलिए साफ है कि जो जमीन लिखवाएगा तो ईडी तो पूछताछ करेगी ही।
आपको बताते चलें कि, जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद से लगभग दस घंटे तक पूछताछ की। ईडी सूत्रों ने बताया कि जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में लालू प्रसाद से पूछताछ के लिए ईडी की टीम ने करीब 70 सवालों को सूचीबद्ध किया था। जिसे बारी-बारी से लालू प्रसाद के सामने रखा गया। कुछ सवालों के जवाब लालू प्रसाद ने सहजता से दिए, जबकि कुछ जवाब यह कहकर टाल दिए कि उन्हें याद नहीं। पूछताछ का समय जैसे जैसे बढ़ रहा था ईडी कार्यालय के बाहर राजद समर्थकों की भीड़ बढ़ती जा रही थी।