छह सितंबर को भागलपुर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन होगा। दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा इसका उद्घाटन करेंगे। इस दौरान आईजीआईएमएस नेत्र अस्पताल सहित चार मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन होगा।
भागलपुर में उद्घाटन कार्यक्रम के बाद नड्डा गया जाएंगे, जहां मगध मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। सात को पीएमसीएच में बन रहे नए ब्लॉक को देखेंगे। फिर दरभंगा में एम्स के लिए प्रस्तावित स्थल का मुआयना करेंगे। फिर दरभंगा और मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे। गया से पटना आकर वे भाजपा कोटे के केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार में पार्टी कोटे के मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के साथ कोर कमेटी की बैठक करेंगे। सात सितम्बर को पटना सिटी गुरुद्वारा जाएंगे। वहां से दरभंगा जाएगे। दरभंगा एम्स के लिए प्रस्तावित स्थल का मुआयना करेंगे। वह सदस्यता अभियान की भी समीक्षा करेंगे।
आखिरकार सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का इंतजार खत्म हो गया। 6 सितंबर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री इसका उदघाटन करेंगे। यहां मरीजों को इलाज की कई आधुनिक सुविधाएं मिलेगी, जिसके लिए आमतौर पर शहर से बाहर जाना पड़ता था। हार्ट, ब्रेन, किडनी आदि के मरीजों के लिए यह अस्पताल वरदान साबित होगा।
साल 2021 से शुरू हुआ दिल, दिमाग व किडनी के इलाज का इंतजार अब जाकर करीब तीन साल बाद पूरा होता दिख रहा है। बावजूद मौजूदा परिस्थितियों व संसाधनों को दृष्टि करते हुए आकलन करें तो पता चलेगा कि लंबे इंतजार के बावजूद दिल, दिमाग व किडनी के मरीजों का इलाज तो हो जाएगा, लेकिन ऑपरेशन से लेकर भर्ती के लिए पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों की नियुक्ति का इंतजार करना होगा। हालांकि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के उद्घाटन के बाद दो साल में ही दिल, दिमाग व किडनी के मरीजों के इलाज से लेकर ऑपरेशन तक के दिखाए गये सपने की राह में कई अड़चनें आई। इसके शुरू शुरू होने को लेकर करीब एक दर्जन बार डेट पड़ी, लेकिन हर बार इसके निर्माण की धीमी रफ्तार ने दिल, दिमाग व किडनी के मरीजों के सपनों को दूर करता गया।
13 में से 10 विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिया योगदान
इस हॉस्पिटल के लिए मिले 13 विशेषज्ञ चिकित्सक (असिस्टेंट प्रोफेसर) में से दस विशेषज्ञ चिकित्सकों ने ही योगदान दिया। इस हॉस्पिटल में 20-20 बेड का (160बेड) का न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी, कॉर्डियो थोरेसिस सर्जरी, यूरोलॉजी, जेरिएट्रिक विभाग व इमरजेंसी विभाग बना है तो इस हॉस्पिटल में 40 बेड का आईसीयू भी बना है। इसके अलावा इस अस्पताल में आठ बड़े ऑपरेशन थिएटर हैं। जिसमें किडनी, मस्तिष्क, ह्रदय, मूत्र से संबंधित ऑपरेशन किये जाएंगे। साथ ही सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में उन्नत पैथोलॉजी सेंटर, आधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर है,जहां पर सिटी स्कैन, एमआरआई जांच भी होगी। साथ ही यहां पर अत्याधुनिक ब्लड बैंक भी खोला जाना है। हालांकि इसकी प्रक्रिया अभी शुरू नहीं की गई है।
अस्पताल निर्माण में खर्च हुए 200 करोड़ रुपये
बीते 17 फरवरी 2019 को बरौनी में आयाोजित कार्यक्रम के जरिए भागलपुर के माउंट कार्मेल स्कूल के पूरब में बने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया था। इसके तैयार होने में केंद्र व राज्य सरकार ने 200 करोड़ खर्च कर दिये। ये अस्पताल का भवन तो पूरी तरह से तैयार हो चुका है, लेकिन ऑपरेशन थिएटर, लैब से लेकर इंडोर में उपकरण व फर्नीचर तक का काम होना बाकी है। उद्घाटन के बाद अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू होगी।
अभी ओपीडी सेवा होगी शुरू
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उदय नारायण सिंह ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मानव बल की भर्ती आउटसोर्सिंग एजेंसी उर्मिला इंटरप्राइजेज द्वारा किया जाना है, विशेषज्ञ चिकित्सकों व सर्जन की तैनाती शासन स्तर से होनी है। इंडोर सेवा तो शुरू होना संभव नहीं है, लेकिन ओपीडी सेवा इस हॉस्पिटल के उद्घाटन के बाद शुरू हो जाएगी।