नई दिल्ली।पांच वर्षों के लंबे अंतराल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है। भारत सरकार ने शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की। इस यात्रा को भारत और चीन के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के प्रयासों के रूप में भी देखा जा रहा है।
विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित कैलाश मानसरोवर यात्रा इस वर्ष जून से अगस्त के बीच आयोजित की जाएगी। वर्ष 2020 के बाद पहली बार इस पवित्र यात्रा का आयोजन हो रहा है।
इस वर्ष कुल 15 बैच भेजे जाएंगे, जिनमें प्रत्येक बैच में 50-50 यात्री शामिल होंगे। यात्रा के लिए दो मार्ग निर्धारित किए गए हैं:
- लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड मार्ग): इस मार्ग से यात्रा में 22 दिन लगेंगे और प्रति यात्री शुल्क ₹1.74 लाख होगा।
- नाथू ला दर्रा (सिक्किम मार्ग): इस मार्ग से यात्रा में 21 दिन का समय लगेगा और शुल्क ₹2.83 लाख निर्धारित किया गया है।
यात्रा के लिए इच्छुक श्रद्धालु kmy.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार यात्रियों को स्वास्थ्य और शारीरिक क्षमता के मानकों को पूरा करना अनिवार्य होगा, ताकि ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।